उत्तराखंड की खानपुर विधानसभा चर्चा में है। प्रणव सिंह चैंपियन अब विधायक नहीं हैं लेकिन चर्चा और विवाद की वजह वही हैं। चर्चा की दूसरी वजह हैं इसी सीट से मौजूदा और निर्दलीय विधायक उमेश कुमार। पत्रकारिता से राजनीति तक का सफर तय करने वाले उमेश कुमार उस वक्त चर्चा में आए थे जब साल 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी देवयानी को हरा दिया था। यह अदावत उसी विधानसभा चुनाव से शुरू हो गई थी। लंबे समय से दोनों की अदावत जमीन के नीचे सुलग रही थी लेकिन रविवार को वह फट पड़ी और ऐसी फटी कि हर तरफ अब उमेश कुमार और प्रणव चैंपियन के वीडियो ही तैर रहे हैं। दोनों पक्ष यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि सामने वाले ने उकसाया इसी वजह से प्रतिक्रिया हुई।
मौजूदा समय में खानपुर विधानसभा सीट से विधायक उमेश कुमार हैं। उमेश कुमार के कार्यालय पर प्रणव सिंह चैंपियन हथियारों के साथ पहुंचे थे और वहां मारपीट हुई, जमकर गोलियां चलीं। प्रणव सिंह चैंपियन वही नेता हैं जिनका विवादों से गहरा नाता रहा है। पहले भी उनके खिलाफ ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें उन पर आरोप है कि उन्होंने ऐसे ही घुसकर फायरिंग की। वह खानपुर सीट से दो बार के विधायक भी रहे हैं। मौजूदा समय में उमेश कुमार विधायक हैं। दूसरी तरफ प्रणव सिंह चैंपियन को जुलाई 2019 में पार्टी से 6 साल के लिए निकाला जा चुका है। आइए समझते हैं कि इन दोनों नेताओं और इनके विवाद की पूरी कहानी...
ताजा मामला क्या है?
सीट वही है और दो अलग-अलग नेता हैं। एक तरफ विवादों के पुराने बादशाह प्रणव सिंह चैंपियन, दूसरी तरफ स्टिंग ऑपरेशन और खुलासों के लिए मशहूर रहे पूर्व पत्रकार और अब नेता उमेश कुमार। पिछले कुछ दिनों से दोनों के बीच खूब बयानबाजी चल रही थी। एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उमेश कुमार सड़क पर घूम रहे हैं और प्रणव सिंह चैंपियन के बारे में कह रहे हैं, 'कहां है तू, आजा, मुझे नाजायज कहा, मैं बताता हूं कि किसी की मां के बारे में गलत कहने का नतीजा क्या होता है।' रविवार को प्रणव सिंह चैंपियन अपने हथियारबंद साथियों के साथ उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पहुंच गए। वहां मारपीट भी हुई और गोलियां भी चली। इसका वीडियो सबसे ज्यादा वायरल हुआ है। बाद में दोनों नेताओं को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया।
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अब प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी देवयानी सिंह ने रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है कि उमेश कुमार ने उनके घर में घुसकर बदतमीजी की। प्रणव सिंह चैंपियन का कहना है कि यह पूरी घटना उनके खिलाफ एक साजिश है और पुलिस ने अन्यायपूर्ण कार्रवाई की है। अभी तक की हकीकत यह है कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है और अब मामले की जांच की जा रही है।
आरोप-प्रत्यारोप का रहा है इतिहास
2023 में प्रणव सिंह चैंपियन ने आरोप लगाए थे कि विधायक उमेश कुमार एक महिला के साथ अवैध संबंध रखते हैं। उनका यह भी कहना था कि उमेश के खिलाफ दुष्कर्म और विदेशी मुद्रा रखने के कई मामले हैं लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान अपने एफिडेविट में उमेश ने इसका जिक्र ही नहीं किया। इस पर उमेश कुमार ने कहा था, 'यह पूरा मामला निजता का है, इसकी जांच के लिए मैंने खुद ही केस दर्ज कराया। लैपटॉप सीज कराने और फरेंसिक जांच कराने की मांग भी मैंने खुद ही की थी। जांच होगी तो सच सामने आ जाएगा।'
प्रणव सिंह चैंपियन की कहानी
लंबा-चौड़ा कद, मूंछों पर ताव, मजबूत डील-डौल और हाथ में अक्सर रखने वाले नेता प्रणव सिंह चैंपियन 2023 के बाद से खुद को राजा लिखते हैं। पहले वह कुंवर लिखते थे। कभी कैबिनेट मंत्री के घर पार्टी के दौरान फायरिंग का आरोप लगा तो कभी स्टेज पर नाचती लड़कियों पर नोट लुटाने लगे। कभी खुलेआम हथियार लहराकर फंसे तो कभी मगरमच्छ के शिकार का आरोप लगा। हालांकि, प्रणव सिंह चैंपियन का अंदाज कभी नहीं बदला।
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प्रणव सिंह पहला चुनाव लक्सर विधानसभा सीट से लड़े। 2002 में निर्दलीय चुनाव जीते, 2007 में कांग्रेस के टिकट पर जीते। 2012 में भी कांग्रेस के टिकट पर ही जीते लेकिन तब सीट बदलकर खानपुर आ गए। 2016 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए थे। 2017 में वह बीजेपी के टिकट पर भी चुनाव जीत गए। प्रणव सिंह चैंपियन विवादों के बेताज बादशाह रहे हैं। अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ बयानबाजी हो, किसी से बदसलूकी, फायरिंग या अन्य मामले। वह हमेशा चर्चा में रहे हैं।
2019 में उनका एक वीडियो वायरल हुआ। उस वीडियो में वह अपने दोनों हाथों में बंदूकें लेकर नाचते हुए नजर आए। बीजेपी की किरकिरी हुई तो पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निकाल दिया। हालांकि, 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी देवयानी सिंह को खानपुर सीट से टिकट भी दिया। तब भी और अब भी वह बीजेपी के साथ ही दिखते हैं। यही वजह है कि बीजेपी से ही उम्मीद की जा रही है कि वह उनके खिलाफ कार्रवाई करवाए।
उमेश कुमार कौन हैं?
पत्रकार से राजनेता बने उमेश कुमार के सोशल मीडिया हैंडल्स खंगालने पर उनकी तस्वीरें क्रिकेटर मोहम्मद शमी, सांसद कंगना रनौत, क्रिकेटर ऋषभ पंत, सुरेश रैना, बोनी कपूर, सोनू सूद, जुबीन नौटियाल आदि के साथ दिखती है। कभी वह हेलिकॉप्टर में उड़ते दिखते हैं तो कभी प्राइवेट जेट में जाते हैं। उनका काफिला भी कई बार चर्चा की वजह बनता रहा है। 2024 में वह लोकसभा का चुनाव भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ चुके हैं। हालांकि, उन्हें जीत हासिल नहीं हुई। 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले वह स्टिंग ऑपरेशन की वजह से चर्चा में आए थे।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में पैदा हुआ उमेश कुमार ने स्टिंग की सीडी से उत्तराखंड की राजनीति हिला दी थी। यह वही स्टिंग ऑपरेशन था जिसके चलते तत्कालीन मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत को काफी मुश्किलें हुईं। इस स्टिंग में दिखाया गया था कि हरीश रावत विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल रहे हैं। बाद में इस केस में सीबीआई ने उमेश कुमार को नोटिस भी भेजा। 2018 में उमेश कुमार को फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया था। तब उन पर आरोप था कि उन्हें त्रिवेंद्र सिंह रावत और तत्कालीन अडिशनल चीफ सेक्रेटरी ओम प्रकाश का स्टिंग ऑपरेशन करके पैसे मांगे।
'हेलिकॉप्टर वाले नेता' के नाम से मशहूर उमेश कुमार अभी भी चर्चित हस्तियों से मिलते रहे हैं। महंगी गाड़ियों, हेलिकॉप्टर और प्राइवेट जेट के शौकीन उमेश कुमार सोशल मीडिया पर भी खूब सक्रिय रहते हैं। कभी वह किसी गरीब के घर खाना खाने पहुंच जाते हैं तो कभी लकड़ियां ढो रही महिलाओं से सिर से गट्ठर ले लेते हैं। 2024 में लोकसभा चुनाव में उतरे उमेश कुमार ने अपने चुनावी एफिडेविट में बताया था कि उनके और उनकी पत्नी के पास लगभग 68 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। उनके पास कई लग्जरी गाड़ियां और अन्य संपत्ति भी है।