उत्तर प्रदेश की प्रयागराज पुलिस पर पंजाब के पूर्व डीजीपी शशिकांत ने बदसलूकी और अपमानजनक व्यवहार का आरोप लगाया। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर घटना की जानकारी दी और 'इलाहाबाद में एक भयानक और बेइज्जती भरा दिन' शीर्षक से घटना को बयां किया। उनकी पोस्ट पर प्रयागराज पुलिस ने प्रतिक्रिया दी और अपना घिसा-पिटा बयान कमेंट बॉक्स में कॉपी पेस्ट कर दिया। जैसा आम तौर पर पुलिस हर मामले में करती है। 

 

पूर्व डीजीपी शशिकांत ने अपनी पोस्ट में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग किया और लिखा, 'इलाहाबाद में एक भयानक और अपमानजनक दिन। दुख की बात है और लगता है कि आप यूपी में आम आदमी की तरह ट्रैवल नहीं कर सकते हैं। संगम इलाके में एसआई और एएसआई रैंक के कुछ गुस्सैल पुलिसवालों ने मुझे गाली दी और बुरी तरह बेइज्जत किया।'

 

 

 

 

पंजाब के पूर्व डीजीपी शशिकांत 1977 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। वे प्रकाश सिंह बादल की सरकार में नशे के खिलाफ अभियान का प्रमुख चेहरा थे। अक्टूबर 2011 से जून 2012 तक महानिदेशक (जेल) का पद संभाला।

 

यह भी पढ़ें: दिल्ली ब्लास्ट: अल-फलाह के हॉस्टल से मिले 18 लाख रुपये किसके हैं?

'हंसते पुलिस वाले नजारे का मजा लेते रहे'

पूर्व डीजीपी शशिकांत ने आगे लिखा कि संगम स्थित बड़े हनुमान जी के पास भीड़ काफी थी। तभी मैंने बाइक पर पान चबा रहे एक मोटे लेकिन जवान एसआई से मदद लेने का प्रयास किया। प्यार से अपना परिचय दिया। उसने गुस्से में दूसरे गेट पर जाने को कहा। इस दौरान उसकी नजरें सेलफोन से नहीं हटीं। दूसरे गेट पर भी पुलिसवाले ने परिचय जानने के बाद न केवल धमकी दी बल्कि बदतमीजी भी की। धमकी भरे लहजे में उसने कहा 'पीछे हटो वीआईपी पास ला', हालांकि उसी वक्त अन्य लोगों को मंदिर परिसर में जाने देता रहा। वहां मौजूद अन्य पुलिसवाले हंसते और नजारे का मजा लेते रहे।'

 

 

 

 

यह भी पढ़ें: BJP ज्वाइन करते ही रो पड़े AAP के पूर्व MLA, बताया- क्यों हुआ केजरीवाल का पतन?

पूर्व डीजीपी के बयान पर क्या बोली यूपी पुलिस? 

पूर्व डीजीपी की पोस्ट पर प्रयागराज पुलिस ने प्रतिक्रिया दी और लिखा, श्री बडे हनुमान जी मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा/सुगमता हेतु पुलिसबल की तैनाती की गई है। पुलिस कर्मियों को दर्शनार्थियों के साथ मृदुल व्यवहार करते हुए उन के दर्शन सुलभता में सहायता हेतु निर्देशित किया गया है।' हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक डीसीपी (शहर) मनीष कुमार शांडिल्य ने शिकायत का संज्ञान लेने की बात कही और बताया कि झूंसी एसीपी को मामले की जांच सौंपी गई है। अगर पुलिसकर्मी दोषी मिले तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।