पंजाब के कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया। उनकी जगह राज्यसभा सीट छोड़कर आए नए-नवेले विधायक बने संजीव अरोड़ा को मंत्री पद की शपथ दिलवाई गई है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की ओर से पिछले तीन सालों में सातवां मंत्रिमंडल फेरबदल किए जाने के बाद लुधियाना पश्चिम से नवनिर्वाचित विधायक संजीव अरोड़ा को गुरुवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किया गया।
वहीं, माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी आलाकमान की ओर से इस्तीफा दिए जाने के निर्देश पर धालीवाल ने पद से इस्तीफा दिया है। कुलदीप सिंह धालीवाल आम आदमी पार्टी की सरकार में NRI अफेयर्स मंत्री थे। इस्तीफा देने के बाद उन्होंने मीडिया के सामने आकर अपनी बात रखी।
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'मेरे लिए पद और विभाग महत्वपूर्ण नहीं'
पूर्व मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा, 'मैंने अपनी मर्जी से इस्तीफा दिया है। मेरे लिए पंजाब सबसे पहले है, मेरे लिए पद और विभाग महत्वपूर्ण नहीं हैं। मुझे बताया गया कि किसी और को मौका दिया जाएगा, तो मैंने कहा हां, जरूर मौका मिलना चाहिए, और इसीलिए मैंने इस्तीफा दिया है। कोई दिक्कत नहीं है। मैं पार्टी के साथ हूं।' अजनाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक धालीवाल ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, 'पंजाब के लोगों के कल्याण के लिए मेरी मेहनत जारी है।'
पार्टी आलाकमान के फैसले के साथ
अपने इस बयान से धालीवाल ने साफ कर दिया कि वह पार्टी आलाकमान के फैसले के साथ में हैं। संजीव अरोड़ा को उद्योग एवं वाणिज्य तथा निवेश प्रोत्साहन विभाग का मंत्री बनाया गया है। यह मंत्रालय इससे पहले तरुणप्रीत सिंह सोंड के पास था। अब तरुणप्रीत सिंह सोंड के पास पर्यटन एवं संस्कृति मामले, श्रम, आतिथ्य तथा ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग हैं। अरोड़ा के शामिल होने और धालीवाल के इस्तीफे के बाद मान मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या 16 हो गई है। पंजाब मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित 18 मंत्री हो सकते हैं।
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सीएम मान ने अरोड़ा को शुभकामनाएं दीं
इस बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संजीव अरोड़ा को मंत्री बनने पर शुभकामनाएं दीं। सीएन मान ने कहा, 'संजीव अरोड़ा जी को उद्योग एवं वाणिज्य, निवेश प्रोत्साहन, एनआरआई मामलों के विभागों की जिम्मेदारी दी गई है। मुझे उम्मीद है कि संजीव अरोड़ा पंजाब के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। वह पंजाब के विकास और राज्य के तीन करोड़ लोगों के कल्याण के लिए पूरी ईमानदारी और बिना किसी भेदभाव के काम करेंगे।'
कौन है संजीव अरोड़ा
राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने यहां राजभवन में आयोजित समारोह में संजीव अरोड़ा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर सीएन मान, कैबिनेट मंत्री और कई अन्य नेता मौजूद थे। आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने उपचुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि अगर अरोड़ा विधायक चुने जाते हैं तो उन्हें मंत्री बनाया जाएगा। अरोड़ा लुधियाना के उद्योगपति हैं और समाज कल्याण कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं। वह ‘कृष्ण प्राण ब्रेस्ट कैंसर चैरिटेबल ट्रस्ट’ के भी संचालक हैं।
व्यवसायी से नेता बने अरोड़ा साल 2022 में पंजाब से राज्यसभा सांसद बने थे। मंगलवार को उन्होंने राज्य सभा से अपना इस्तीफा राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को सौंप दिया था। अरोड़ा लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर हाल में हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु को 10,637 वोटों के अंतर से हराकर विधायक चुने गए थे। आम आदमी पार्टी के विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी का जनवरी में निधन होने के बाद यह सीट खाली हुई थी।