इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 18वें सीजन में रॉयल चैलेंजेर्स बेंगलुरु (RCB) ने खिताब जीतने के बाद बुधवार को बेंगलुरु में RCB की विक्ट्री परेड निकाली जा रही है। विक्ट्री परेड के दौरान एक दर्दनाक खबर सामने आई है। पीटीआई ने बताया है कि आरसीबी की विक्ट्री परेड के दौरान बगदड़ मच गई, जिसमें 11 चार लोगों की मौत हो गई है। इसमें कईयों के घायल होने की भी खबर है।

 

यह हादसा बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास आरसीबी की विक्ट्री परेड जश्न के दौरान हुआ। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि परेड में भीड़ अधिक बढ़ गई थी। इस घटना के बाद विजय परेड रद्द कर दी गई है। 

 

 

दरअसल, बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भीड़ काफी ज्यादा हो गई थी। एएनआई के वीडियो में देखा जा सकता है कि बेंगलुरु पुलिस ने स्टेडियम के बाहर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।

 

यह भी पढ़ें: RCB की जीत पर दोस्तों संग कर रहा था डांस, हार्ट अटैक से हो गई मौत

 

 

चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर फैंस की भारी भीड़ उमड़ी पड़ी थी। जश्न के दौरान स्टेडियम के बाहर और अंदर अचानक भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई। कई लोग कुचल गए और दर्जनों घायल हो गए। घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।

 

यह भी पढ़ें: चॉकलेट का लालच देकर किया 6 साल की बच्ची का रेप, आरोपी गिरफ्तार

 

क्या बोले उपमुख्यमंत्री?

 

चिन्नास्वामी स्टेडियम में मची भगदड़ के बाद उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, 'मैंने पुलिस कमिश्नर से बात की है। मैं अस्पताल थोड़ी देर से जा रहा हूं, मैं मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों को परेशान नहीं करना चाहता। हमने कार्यक्रम भी रद्द कर दिए हैं। हम लोगों से शांत रहने की अपील करते हैं।'

 

बिना किसी तैयारी के हुआ कार्यक्रम- बीजेपी

 

वहीं, कर्नाटक में मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने इस दर्दनाक घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, 'राज्य सरकार को इस त्रासदी की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। सरकार ने बिना किसी तैयारी के एक बड़ी रैली आयोजित करने का फैसला किया। यह स्पष्ट है कि सुरक्षा कभी प्राथमिकता नहीं थी। सुरक्षा के बजाय, सरकार ने प्रचार पर ध्यान दिया गया। नतीजतन, कई लोगों की जान चली गई। कई युवा अभी भी आईसीयू में हैं।'

 

 

उन्होंने कहा, 'मैंने पीड़ितों में से एक से बात की, जिसने बताया कि स्टेडियम के अंदर कोई पुलिस मौजूद नहीं थी, कोई एम्बुलेंस सुविधा नहीं थी और घायल लोगों को खुद ही अस्पताल जाने का प्रबंध करना पड़ा। यह पूरी तरह से प्रशासनिक विफलता है। मैं मांग करता हूं कि मुख्यमंत्री इस घटना की पूरी जिम्मेदारी लें और न्यायिक जांच की मांग करें।'