ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है जब कोई विपक्षी नेता सत्ता पक्ष की तारीफ करता है। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश विधानसभा में देखने को मिला है। उत्तर प्रदेश की विधानसभा में समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भर-भरकर तारीफ की है।
पूजा पाल ने अतीक अहमद को लेकर सीएम योगी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में मुझ जैसी कई महिलाओं को न्याय दिलाने का काम किया है। उन्होंने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री का धन्यवाद देना चाहती हूं, जिन्होंने जीरो टॉलरेंसी की नीति अपनाकर अपराध और अतीक अहमद जैसे माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का काम किया है।'
सपा विधायक पूजा पाल वही हैं, जिनके पति राजू पाल की 2005 में हत्या हो गई थी। राजू पाल की हत्या में अतीक अहमद का नाम सामने आया था।
क्या-क्या बोलीं पूजा पाल?
विधानसभा में चर्चा के दौरान पूजा पाल ने कहा, 'मैंने अपना पति खोया है, जो इस सदन के सदस्य थे। यह बात किसी से छिपी नहीं है। पूरा सदन जानता है कि उनकी हत्या कैसे हुई थी और किन लोगों ने की थी। मैं धन्यवाद देना चाहती हूं मुख्यमंत्री जी को जिन्होंने मेरे छिपे हुए उन आंसुओं को देखने का काम किया, जो बरसों में किसी ने देखने का काम नहीं किया। मेरा दुख, मेरी तकलीफ, मुख्यमंत्री जी ने देखने का काम किया और सही मायने में मुझे न्याय दिलाया।'
उन्होंने कहा, 'मुझ जैसी प्रयागराज की कितनी पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री जी ने ऐसे अपराधियों को दंड देकर न्याय दिलाने का काम किया है और कल शायद प्रयागराज की जनता मुझे सुनेगी तो वह भी मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देगी।'
पूजा पाल ने कहा, 'पता नहीं कितनी महिलाओं के सिंदूर को मिटाया गया? कितनी माताओं की गोद सूनी कर दी गई? मैं धन्यवाद देना चाहती हूं ऐसे मुख्यमंत्री का जिन्होंने जीरो टॉलरेंस की नीति लाकर अपराध और माफिया अतीक अहमद जैसे अपराधियों को मिट्टी में मिलाने का काम किया है। आज प्रयागराज ही नहीं, बल्कि पूरी यूपी की जनता आज मुख्यमंत्री की तरफ विश्वास की नजर से देखता है कि कोई माफिया हमारी मांओं की तरफ, हमारी बहनों की तरफ बुरी नजर से देखने का काम करेगा तो उसे मिट्टी में मिलाने का काम किया जाएगा।'
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'जो करके दिखादे, उसी पर विश्वास'
पूजा पाल ने आगे कहा, 'जो करके दिखादे, उसी पर विश्वास किया जाता है। मैं भी तीन बार से इस सदन की विधायक हूं। बहुत छोटी उम्र से रही हूं। आशा और विश्वास के साथ यहां आई हूं। उसी आशा और विश्वास को किसी ने दिलाया है, तो मैं उसके साथ खड़ी रही हूं। इसकी सबसे बड़ी नजीर प्रयागराज में देखा होगा। जिस तरह मेरे पति की हत्या हुई थी। पूरा प्रदेश जानता है। मुख्यमंत्री के आने के बाद मुझे न्याय मिला। मेरे पति के हत्यारे अतीक अहमद को मिट्टी में मिलाने का काम किया।'
उन्होंने कहा, 'मैंने आजतक चाहे सदन हो, चाहे सड़क हो या मेरा परिवार हो, मैं भले ही विधायक बनी हूं, मगर मैंने शालीनता से अपना परिवार, समाज और सदन की गरिमा बनाए रखी। मैं विधायक से पहले मैं 9 दिन की ब्याहता थी। 9 दिन की शादी हुई थी। ससुराल में मैं विधायक बनने नहीं गई थी। मैं रोटी बनाने गई थी, अपना परिवार बसाने गई थी। मगर जब मेरे साथ अत्याचार हुआ तो मैंने न्याय के लिए, अपने अधिकारों को मांगने का काम किया। जनता को मैंने अपना परिवार समझा। आप सदस्यों को अपना भाई-बंधु समझा। आप ही लोगों से मुझे ताकत मिली। मुझे लगता है कि प्रयागराज में कोई नहीं सोचता था। मैं मिसाल हूं उन सभी लोगों की, क्योंकि मैं बहुत गरीब परिवार से आती हूं। न मेरे पास पैसा था, न गाड़ी थी। जनता ने मुझ पर विश्वास दिखाया।'
सीएम योगी की तारीफ में क्या बोलीं पूजा पाल?
पूजा पाल ने काफी देर तक सीएम योगी की तारीफ की। उन्होंने कहा, 'मैंने जब देखा कि कोई अतीक अहमद जैसे माफियाओं से कोई लड़ने के लिए तैयार नहीं है, तो मैंने लड़ने का ठाना, क्योंकि मुझे लगा कि आज मैं डर जाऊंगी जिसके पति की हत्या कर दी गई और उसकी डेडबॉडी नहीं दी गई। पता नहीं कैसे-कैसे आम लोग होंगे, छोटे-छोटे समाज होंगे, हजारों हत्याएं हो जाएंगी और हम जैसी महिलाएं बहरी-गूंगी होकर बैठ जाएंगी। उनकी आवाज सुनकर मैं आई। मैंने सिर्फ अपनी लड़ाई नहीं लड़ी, बल्कि पूरे प्रयागराज और यूपी के लिए लड़ाई लड़ी।'
उन्होंने कहा, 'शायद मेरे आराध्य शिवजी को तरस आया होगा, जिन्होंने इस तरह की सरकार बनाई और ऐसे मुखिया उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। शायद मुझे घुटन हो रही थी, मैं लड़ते-लड़ते अंदर से टूट रही थी, कमजोर हो रही थी, परेशान हो रही थी और शायद इस पर ईश्वर को भी तरस आया और महाराज जी (सीएम योगी) को भी तरस आया और मुझ जैसी महिला को न्याय दिलाने का काम किया।'
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2005 में हुई थी राजू पाल की हत्या
राजू पाल बसपा के विधायक थे। 25 जनवरी 2005 को उनकी सरेआम हत्या कर दी गई थी। राजू और पूजा की शादी को 9 दिन ही हुए थे। शादी के ठीक 9 दिन बाद राजू पाल को गोलियों से भून दिया गया था। राजू पाल की हत्या का आरोप अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर लगा था।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल 2023 को हत्या कर दी गई थी। दोनों उस वक्त पुलिस की हिरासत में थे। दोनों को पुलिस रूटिन चेकअप के लिए अस्पताल लेकर आई थी, तभी तीन हमलावरों ने आकर गोलियां चला दी थीं।
वहीं, राजू पाल हत्याकांड में पिछले साल अप्रैल में लखनऊ की सीबीआई कोर्ट ने फैसला सुनाया था। इस मामले में अदालत ने सात आरोपियों को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी।