बिहार में विपक्षी महागठबंधन के विधायकों ने राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव को शनिवार को सर्वसम्मति से बिहार विधानमंडल में गठबंधन का नेता चुन लिया। यह बैठक तेजस्वी यादव पटना स्थित 1, पोलो रोड वाले घर पर हुई। बैठक के बाद आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि तेजस्वी यादव को राज्य विधानसभा में ‘महागठबंधन’ का नेता चुना गया है। वह विधानसभा में हमारी पार्टी के नेता भी होंगे।

 

सोमवार से बिहार विधानमंडल का पांच दिवसीय सत्र शुरू हो रहा है। इस सत्र के दौरान 243 सदस्यीय विधानसभा के सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को पद की शपथ दिलाई जाएगी। कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य (MLC) और पार्टी की प्रदेश इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष समीर कुमार सिंह ने कहा, 'तेजस्वी यादव पर फैसला सर्वसम्मति से लिया गया। हमारे पास पर्याप्त संख्या बल है और वह विपक्ष के नेता भी होंगे।'

 

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महागठबंधन को चुनाव में मिली हार

बता दें कि हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा है। 14 नवंबर को आए बिहार चुनाव के नतीजों में एनडीए ने 202 सीट जीतकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है, जबकि महागठबंधन महज 35 सीटों पर सिमट गया।

 

वहीं, आरजेडी ने कहा है कि विपक्ष सत्र के दौरान बिहार के लोगों से जुड़े मुद्दे और राज्य के ज्वलंत मुद्दे उठाएगा। बैठक में पार्टी के खराब प्रदर्शन पर भी चर्चा हुई, जिसमें आरजेडी को सिर्फ 25 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस को छह सीटें मिलीं।

 

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चुनाव कराने के तरीके पर चिंता जताई

समीर कुमार सिंह ने कहा, 'बैठक में विधानमंडल के दोनों सदनों के सदस्यों ने चुनाव कराने के तरीके पर चिंता जताई। ये स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं थे। पहले बिहार में आयोजित विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) एक संदिग्ध प्रक्रिया बनी हुई है। इस पर कोई आश्चर्य नहीं कि पश्चिम बंगाल जैसे राज्य में इतना राजनीतिक टकराव है'

 

कांग्रेस नेता ने आगे कहा, 'हम सदन में जनता से जुड़े सभी मुद्दों पर अपनी आवाज उठाते रहेंगे। अगर बीजेपी के नेतृत्व वाला गठबंधन चुनाव के दौरान किए गए वादों से मुकरने की कोशिश करता है, तो हम उसका विरोध करेंगे'