पुणे के कस्टम्स ने दुबई से भारत तस्करी करके लाए जा रहे 4,00,100 डॉलर (3.47 करोड़ रुपये) से अधिक नोट पकड़े हैं। इन नोटों को तीन छात्रों की नोटबुक के पन्नों के बीच छिपाकर लाया जा रहा था। तीनों छात्रों की उम्र 20 के आसपास है। कस्टम्स के अधिकारी ने तीन छात्रों के ट्रैवल एजेंट और मुंबई के एक विदेशी मुद्रा व्यापारी को गिरफ्तार किया है।
एक अधिकारी ने बताया कि एक दिन पहले, तीनों छात्र इंडिगो विमान से सात दिनों के लिए दुबई गए थे। अधिकारी ने कहा, 'ट्रैवल एजेंट खुशबू अग्रवाल ने तीनों छात्रों की टिकट बुक की थी और 16 फरवरी को उड़ान भरने से ठीक पहले तीनों को दो सूटकेस दिए। तीनों को यह कहा गया कि इस बैग में महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स है जिसे दुबई पहुंचते ही एक व्यक्ति को सौंप देना है।'
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दुबई से पुणे हुई वापसी
दरअसल, पुणे कस्टम्स को विशेष खुफिया जानकारी मिली थी कि दुबई की यात्रा करने वाली तीन छात्रों की नोटबुक के पन्नों के बीच बड़ी मात्रा में डॉलर छिपाकर तस्करी की जा रही है। 17 फरवरी को भारतीय अधिकारियों ने तीनों छात्रों को पुणे हवाई अड्डे पर रोका। एयर इंटेलिजेंस यूनिट (AIU) के अधिकारियों ने यात्रियों की तलाशी ली और 400,100 डॉलर (लगभग 3.47 करोड़ रुपये) बरामद किए। 100 डॉलर के नोट तीन छात्रों के बैग में रखी कई नोटबुक के पन्नों के बीच छिपाकर रखे गए थे।
तीनों छात्रों से हुई पूछताछ
तीनों महिला यात्री ग्रेजुएशन कर रही हैं और AIU अधिकारियों ने सभी से पूछताछ की। पता चला कि उन्होंने पुणे स्थित ट्रैवल एजेंट खुशबू अग्रवाल के जरिए अपनी टिकट बुक की थी। छात्राओं ने बताया कि अग्रवाल ने ही उन्हें नकदी के साथ बैग दिए थे। दुबई से पुणे लौटने के बाद तीनों छात्रों के बैग की तलाशी ली गई जिसमें किताबें और नोटबुक मिले। इन नोटबुक के पन्नों के बीच डॉलर चिपके हुए थे, सभी 100 डॉलर मूल्य के थे।
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खुशबू अग्रवाल को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने मुंबई के एक विदेशी मुद्रा फर्म के मोहम्मद आमिर को पकड़ा। पुलिस ने पुणे, अहमदाबाद और मुंबई में 10 स्थानों पर तलाशी ली गई। दोनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।