महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक मेले के दौरान केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे की बेटी के साथ हुई छेड़छाड़ ने राज्य में महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना के बाद राज्य की कानून व्यवस्था पर बहस तेज हो गई है और विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे लेकर सरकार पर निशाना साधा है।

 

रक्षा खडसे, जो केंद्र सरकार में युवा मामले और खेल राज्यमंत्री हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता हैं, इस मामले में शिकायत दर्ज कराने के लिए खुद पुलिस स्टेशन पहुंचीं। उनके साथ बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक भी मौजूद थे।

 

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क्या है मामला?

रक्षा खडसे ने बताया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर कोथली गांव में हर साल एक यात्रा का आयोजन किया जाता है। उनकी बेटी दो दिन पहले इस मेले में गई थी, जहां कुछ लड़कों ने उसके साथ छेड़छाड़ की। इस घटना से परेशान होकर वह पुलिस स्टेशन पहुंचीं और अपनी बेटी के लिए न्याय की मांग की। उन्होंने कहा, 'मैं यहां एक मंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक मां के रूप में न्याय मांगने आई हूं।'

 

मुक्ताईनगर के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस कुशनात पिंगडे ने बताया कि आरोपियों ने न केवल मंत्री की बेटी बल्कि अन्य लड़कियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया। जब उनके बॉडीगार्ड ने हस्तक्षेप किया, तो आरोपियों ने उनसे भी झगड़ा किया। पुलिस ने इस मामले में सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

रक्षा खडसे ने राज्य सरकार से की ये अपील

बता दें कि रक्षा खडसे की बेटी नाबालिग हैं जिस वजह से पुलिस ने इस मामले में छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। इसके अलावा, आरोपियों द्वारा लड़कियों के वीडियो बनाने के कारण आईटी एक्ट की धाराएं भी जोड़ी गई हैं।

 

रक्षा खडसे ने कहा कि यह मामला सिर्फ उनकी बेटी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे महाराष्ट्र की बेटियों की सुरक्षा का सवाल है। उन्होंने कहा, 'अगर मेरी अपनी बेटी सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा की क्या स्थिति होगी? मैं राज्य सरकार से कड़े कानून लागू करने की मांग करूंगी।'

विपक्ष का हमला

इस घटना के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाले ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा, 'गुंडों की वजह से महिला और बच्चियों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। अगर केंद्रीय मंत्री की बेटी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता के बच्चों की स्थिति क्या होगी?'

 

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मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना को लेकर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस अपराध में एक 'विशेष पार्टी' के कार्यकर्ता शामिल थे और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, 'पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।'