उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में रविवार दोपहर एक अस्थायी पटाखा बाजार में भीषण आग लगने से हादसा हो गया। इस हादसे में 60 से भी ज्यादा दुकानें और बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल जलकर खाक हो गईं। फतेहपुर के एक अधिकारी ने जानकार देते हुए बताया कि फतेहपुर के एम.जी. कॉलेज मैदान में लगे अस्थायी पटाखा बाजार में दोपहर करीब साढ़े 12 बजे आग लग गई। विस्फोट इतना जोरदार था कि इसकी आवाज दूर तक सुनी गई।

 

फतेहपुर के मुख्य अग्निशमन अधिकारी जयवीर सिंह ने कहा, 'आग ने 15 से 20 मिनट के भीतर पूरे बाजार को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान करीब 65 से 70 दुकानें और 24 से अधिक दोपहिया वाहन पूरी तरह जल गए। हालांकि, किसी व्यक्ति के हताहत होने की सूचना नहीं है' उन्होंने बताया कि आग लगने का फिलहाल स्पष्ट कारण पता नहीं चल सका है, लेकिन ऐसा लगता है कि आग संभवत: शॉर्ट सर्किट के कारण लगी।

 

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समय पर नहीं पहुंचे दमकलकर्मी

इस बीच, व्यापारियों ने दावा किया कि अग्निशमन केंद्र मात्र 200 मीटर की दूरी पर होने के बावजूद दमकलकर्मी आग लगने के लगभग 20 मिनट बाद मौके पर पहुंचे। इस देरी के कारण कई करोड़ रुपये के पटाखे जलकर भस्म हो गए। हादसे में कई लोग मामूली रूप से झुलस गए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग तेजी से पटाखों से भरे आस-पास के स्टॉल तक फैल गई, जिससे लगातार धमाके होने लगे और पूरा इलाका थर्रा गया। बाजार में धुएं का गुबार उठने लगा, और दहशत में व्यापारी व ग्राहक जान बचाकर भागने लगे।

 

 

 

 

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आधे घंटे पहले हुआ था बाजार का उद्घाटन

स्थानीय व्यापारी सतीश ने बताया, 'आग लगने से लगभग आधे घंटे पहले ही बाजार का उद्घाटन हुआ था। बस 15 मिनट में सब कुछ खत्म हो गया। हम मुश्किल से अपनी जान बचाकर भागे' घटना की सूचना मिलते ही फतेहपुर के जिलाधिकारी रवींद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह मौके पर पहुंचे।

मामले में जांच की जारी

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि आग लगने का सही कारण पता लगाने और नुकसान का आकलन करने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं। फतेहुर बीजेपी के जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि दमकलकर्मियों के देर से पहुंचने के लिए जवाबदेही तय की जानी चाहिए।