मुंबई सीरियल बम धमाकों से जुड़े आतंकियों दाऊद इब्राहिम और टाइगर मेमन की संपत्तियों की नीलामी को लेकर सरकार ने एक बार फिर तैयारी शुरू कर दी है। यह बम धमाका 1993 में हुआ था। केंद्रीय एजेंसियां दोनों के परिवारों से जुड़ी जब्त संपत्तियों की सूची तैयार कर रही हैं, जिनमें मुंबई और महाराष्ट्र के कई अहम इलाकों के मकान और जमीनें शामिल हैं। दाऊद इब्राहिम की मां के नाम पर रत्नागिरि जिले के खेड़ क्षेत्र में मौजूद चार संपत्तियों को नीलाम करने की कोशिश हाल ही में की गई थी लेकिन कोई खरीदार सामने नहीं आया।

 

दाऊद के बाद अब फोकस टाइगर मेमन और उसके परिवार की संपत्तियों पर है, जिनकी कई संपत्तियां मुंबई के माहिम, बांद्रा, वाकोला और दक्षिण मुंबई में स्थित हैं। सबसे अहम बात यह है कि इन संपत्तियों में माहिम की अल हुसैनी बिल्डिंग का वह फ्लैट भी शामिल है, जहां 1993 के धमाकों की साजिश रची गई थी। Smugglers and Foreign Exchange Manipulators Act Authority (SAFEMA) ने इस फ्लैट सहित आठ संपत्तियों का कब्जा ले लिया है और अब उनका मूल्यांकन चल रहा है। 

 

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दाऊद की संपत्तियां नहीं बिकीं

हाल ही में SAFEMA ने दाऊद इब्राहिम की मां के नाम पर दर्ज रत्नागिरि जिले के खेड़ इलाके की चार संपत्तियों की नीलामी की थी लेकिन कोई खरीदार सामने नहीं आया। इन संपत्तियों का आरक्षित मूल्य लगभग 20 लाख रुपये रखा गया था। अधिकारी के मुताबिक, यह इन जमीनों को बेचने की पांचवीं कोशिश थी। इससे पहले भी एक व्यक्ति ने मात्र 15,000 रुपये की जमीन के लिए दो करोड़ रुपये की बोली लगाई थी लेकिन बाद में सौदा पूरा नहीं किया, जिसके बाद उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया गया।

 

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अब बारी है टाइगर मेमन की संपत्तियों की

इसी बीच, टाइगर मेमन और उसके परिवार की संपत्तियों की नीलामी की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि टाडा कोर्ट ने SAFEMA को मेमन परिवार की 17 संपत्तियों की जानकारी दी है, जिनमें से 8 संपत्तियों पर कब्जा लिया जा चुका है। इनमें माहिम की अल हुसैनी बिल्डिंग के तीन फ्लैट शामिल हैं। यह वही जगह है जहां धमाकों की साजिश रची गई थी।

 

इन संपत्तियों का मूल्यांकन जारी है और उम्मीद है कि दिसंबर या जनवरी में नीलामी की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

धमाकों की साजिश और फरारी की कहानी

सीबीआई के अनुसार, 12 मार्च 1993 को हुए मुंबई सीरियल बम धमाकों की साजिश अल हुसैनी बिल्डिंग के फ्लैट में रची गई थी। इन धमाकों में 257 लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों घायल हुए थे।

 

धमाकों के बाद से टाइगर मेमन फरार है और माना जाता है कि वह पाकिस्तान में छिपा है। उसका भाई याकूब मेमन 2015 में फांसी पर चढ़ाया गया था, जबकि परिवार के अन्य सदस्य जेल में सजा काट चुके हैं।

400 करोड़ की जमीन पर अतिक्रमण

मेमन परिवार की अन्य संपत्तियों में वाकोला के कोले कल्याण इलाके में करीब 10,000 स्क्वायर मीटर की जमीन भी शामिल है, जिसकी अनुमानित कीमत 400 करोड़ रुपये बताई जाती है। हालांकि, इस जमीन पर फिलहाल अतिक्रमण है और कब्जा नहीं मिला है।

 

इसके अलावा, सरकार दक्षिण मुंबई के जैवेरी बाजार, बांद्रा और कुर्ला के कपाड़िया नगर में स्थित फ्लैटों पर भी कार्रवाई की तैयारी कर रही है। वहीं मनीष मार्केट की चार दुकानों पर अदालत में मामला लंबित है।

नीलामी क्यों कर रही सरकार?

केंद्रीय एजेंसियों का कहना है कि इन सभी संपत्तियों को नीलाम कर सरकार आतंक से जुड़ी अवैध संपत्तियों पर पूरी तरह से नियंत्रण करना चाहती है। इन नीलामियों से मिलने वाले पैसों को राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक कल्याण के कामों में लगाया जाएगा।