पान मसाला के विज्ञापन मामले में अभिनेता सलमान खान की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। कोटा की उपभोक्ता अदालत ने उन्हें 20 जनवरी को पेश होने का आदेश दिया है। सलमान खान के खिलाफ बीजेपी नेता और राजस्थान हाई कोर्ट के अधिवक्ता इंदर मोहन सिंह हनी ने शिकायत दर्ज कराई थी। नवंबर महीने में अदालत ने सलमान खान को नोटिस जारी जवाब मांगा था। अब वकील का आरोप है कि दाखिल जवाब के नोटरी पर सलमान के फर्जी साइन हैं। अदालत से सलमान खान के साइन की जांच और व्यक्तिगत पेशी की मांग की गई थी।
अधिवक्ता इंद्र मोहन सिंह हनी के मुताबिक अदालत ने दोनों मांगों को स्वीकार कर लिया है। 20 जनवरी को सलमान को पेश होने और साइन की फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी यानी एसएफएल में जांच करवाने का आदेश दिया है। कोटा उपभोक्ता अदालत में दर्ज शिकायत में सलमान खान के पान मसाला विज्ञापन को भ्रामक बताया गया है। अदालत से इस तरह के विज्ञापनों पर रोक लगाने की मांग की गई है।
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एडवोकेट इंद्र मोहन सिंह हनी ने कहा, 'कोटा उपभोक्ता न्यायालय ने बहुत ही ऐतिहासिक फैसला दिया है। अदालत ने सुपरस्टार सलमान खान को स्वयं उपस्थिति होने का आदेश दिया है। उनके नोटरी को भी मौजूद रहना होगा। हमने एक आपत्ति जताई थी और आवेदन दाखिल किया था कि वकालतनामे पर सलमान खान के साइन असली नहीं हैं। इन्हें किसी और ने किया है। कोर्ट ने इसका संज्ञान लिया और एसएफएल जांच का आदेश दिया है।'
'कागजों पर सलमान खान के साइन अलग-अलग'
इंद्र मोहन सिंह ने आगे कहा, 'सुपरस्टार एक्टर अपने आपको कानून से ऊपर समझने लगे हैं। हमने ऑनलाइन, जोधपुर जेल, थाने और अदालत से सलमान खान के साइन निकलवाए। मगर कोटा अदालत और जोधपुर के साइन अलग-अलग मिले। हमने मामले की जांच का आदेश देने की मांग की थी। कोर्ट ने हमारी बात को माना और जांच का आदेश दिया है।' इंद्र मोहन सिंह हनी का कहना है कि अगले साल 20 जनवरी को सलमान खान को कोर्ट में पेश होना है।
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क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूरा मामला राजश्री पान मसाला कंपनी से जुड़ा है। सलमान खान इसके ब्रांड एंबेसडर रहे हैं। शिकायत में आरोप है कि सलमान खान ने भ्रामक विज्ञापन किया और उसमें केसर युक्त इलायची और केसर युक्त पान मसाला का दावा किया। याचिकाकर्ता का तर्क है कि एक किलो केसर की कीमत करीब 4 लाख रुपये है। ऐसे में इतना महंगा केसर 5 रुपये के प्रोडक्ट में कैसे हो सकता है? याचिकाकर्ता का दावा है कि ऐसे विज्ञापन लोगों को पान मसाला की तरफ प्रभावित करते हैं।
- 3 नवंबर को कोटा की अदालत ने राजश्री पान मसाला कंपनी और सलमान खान को नोटिस जारी किया था। सलमान खान ने 27 नवंबर को अपना जवाब दाखिल किया और दावा किया कि उनका विज्ञापन केसर युक्त पान मसाला नहीं, बल्कि सिल्वर कोटेड इलायची की खातिर था। शिकायत गलत तथ्यों पर आधारित है।
- मामले की अगली सुनवाई 9 दिसंबर को हुई। याचिकाकर्ता ने कोर्ट के दस्तावेज पर सलमान खान के असली साइन नहीं होने का आरोप लगाया। हालांकि सलमान खान के वकील आशीष दुबे ने सभी आरोपों का खंडन कियाा और दावा किया कि साइन असली है। अधिवक्ता इंद्र मोहन सिंह हनी ने साइन की जांच की मांग की।
