महाकुंभ मेले में हुई भगदड़ और उसमें दर्जनों लोगों के जान गंवाने के बाद योगी सरकार सख्त हो गई है। महाकुंभ मेले में नियमों को लेकर हो रहे भेदभाव के बाद सरकार ने नियम सख्त कर दिए हैं। प्रदेश सरकार ने मेले में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए अमृत स्नान और सभी प्रमुख स्नान पर्वों पर VIP और VVIP प्रोटोकॉल पर सख्ती से रोक लगा दी है।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी बयान के मुताबिक, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अमृत स्नान और प्रमुख स्नान पर्वों पर और इसके समीप की तिथियों पर मेला प्रशासन किसी प्रकार का वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं करेगा।'
वीआईपी प्रोटोकॉल पर सख्ती से रोक
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा, 'वीआईपी प्रोटोकॉल पर सख्ती से रोक लगाने से वसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के दौरान प्रयागराज जाने की योजना बनाने वाले वीआईपी और वीवीआईपी प्रतिनिधिमंडलों को साथ ही इन त्योहारों से एक दिन पहले और बाद में कोई विशेष विशेषाधिकार या प्रोटोकॉल नहीं मिलेगा।'
सरकार ने आदेश में आगे कहा, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के अनुसार, प्रशासन इन महत्वपूर्ण स्नान दिवसों या आस-पास की तिथियों पर कोई भी वीआईपी विशेषाधिकार लागू नहीं करेगा। इस नीति की घोषणा मेले के शुरू होने से काफी पहले की गई थी और अब इसे सख्ती से लागू करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।'
पहले भी जारी हुआ था सर्कुलर
बता दें कि महाकुम्भ मेले की शरुआत से ही योगी सरकार ने अमृत स्नान और प्रमुख स्नान पर्वों पर तथा उसके एक दिन पहले व एक दिन बाद की तिथियों पर वीआईपी मूवमेंट रोकने को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था। मगर आदेश को लेकर हीला-हवाली बरती जा रही थी।
योगी सरकार की इस पहल के जरिए आम श्रद्धालुओं को स्नान पर्व के अवसर पर यादगार अनुभव उपलब्ध कराया जा सकेगा, जहां वह वीआईपी मूवमेंट की वजह से हुई असुविधा, मार्ग परिवर्तन, रुकावटें और रोक से हटकर चिंतामुक्त होकर स्नान व यात्रा कर सकेंगे। जारी सर्कुलर में इस बात का साफ उल्लेख किया गया है कि अमृत स्नान समेत सभी प्रमुख स्नान पर्वों व उसके आसपास के दिनों में वीआईपी मूवमेंट पर रोक रहेगी।