iVerify नामक एक मोबाइल सुरक्षा कंपनी ने हाल ही में iPhones और Android स्मार्टफोन्स पर पहले से अज्ञात Pegasus स्पाइवेयर के कई नए प्रकार का पता लगाया है। कंपनी ने 5 नए प्रकार के Pegasus वायरस खोजे हैं, जो यह संकेत देते हैं कि यह स्पाइवेयर अब केवल बड़े प्रोफाइल लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि आम नागरिकों को भी निशाना बना रहा है।

क्या है Pegasus स्पाइवेयर?

Pegasus स्पाइवेयर एक एडवांस और खतरनाक स्पाइवेयर है, जिसे इजरायली साइबर सुरक्षा कंपनी NSO ग्रुप द्वारा विकसित किया गया था। यह स्पाइवेयर स्मार्टफोन को बिना यूजर की जानकारी के वायरस इनस्टॉल कर सकता है और उसे पूरी तरह से नियंत्रित कर सकता है। Pegasus का मुख्य उद्देश्य डिवाइस से संवेदनशील डेटा चुराना और व्यक्ति की गतिविधियों पर निगरानी रखना है।

कैसे हुआ Pegasus स्पाइवेयर का पता?

iVerify ने मई 2024 में शुरू की गई अपनी Mobile Threat Hunting सुविधा के माध्यम से इन स्पाइवेयर वायरस का पता लगाया। यह सुविधा यूजर्स को केवल पांच मिनट में अपने स्मार्टफोन पर पूरी तरह से सुरक्षा जांच करने की अनुमति देती है। इस पहल के तहत, कंपनी ने उपयोगकर्ताओं को एक बार निःशुल्क स्कैन करने का अवसर दिया, जिसमें 2,500 से अधिक लोगों ने भाग लिया। इसके परिणाम में कंपनी ने सात Pegasus वायरसों का पता लगाया।

 

Pegasus वायरस को 2021 तक के iOS वर्जन में पाए गए, जो यह दिखाता है कि Pegasus पारंपरिक सुरक्षा से बचने में कितना सक्षम है। iVerify का यह दावा है कि स्पाइवेयर पहले की अपेक्षा में कहीं अधिक सामान्य है और यह कई मोबाइल डिवाइस में छिपा हुआ है।

शोध में क्या पता चला?

iVerify के शोध में यह पाया गया कि मई 2024 की जांच के दौरान Pegasus के 5 नए प्रकार का पता चला। ये वायरस iOS और Android दोनों पर देखे गए। इसके अलावा, कंपनी ने डायग्नोस्टिक डेटा, शटडाउन लॉग्स और क्रैश लॉग्स में फोरेंसिक सबूत भी पाए। यह भी पाया गया कि Pegasus मेसेज, ईमेल, कॉल लॉग्स, और फोटो जैसी जानकारी तक पहुंच प्राप्त कर लेता है।