महाकुंभ, जो हर 12 वर्षों में आयोजित होता है, न केवल धार्मिक बल्कि वैश्विक पर्यटन के लिए भी एक ऐतिहासिक आयोजन है। यह दुनिया का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण आध्यात्मिक मेला है, जो भारत के चार प्रमुख स्थानों में से किसी एक पर आयोजित किया जाता है। वर्ष 2025 का महाकुंभ  प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा।

 

महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु, पर्यटक और तीर्थयात्रियों के भाग लेने की संभावना है। अनुमान है कि इस बार होने जा रहे कुंभ मेले में 40 करोड़ से अधिक लोग हिस्सा लेंगे। यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को प्रदर्शित करने के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा देने का अनूठा अवसर प्रदान करेगा।

आध्यात्मिकता और पर्यटन का समागम

भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय इस आयोजन को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाने के लिए विभिन्न पहल कर रहा है। इसके तहत 'इनक्रेडिबल इंडिया पैवेलियन' बनाई गई है, जो 5000 वर्ग फीट में फैला हुआ है। यह विदेशी पर्यटकों, विद्वानों, शोधकर्ताओं, फोटोग्राफर, पत्रकार, प्रवासी भारती और अन्य तीर्थयात्रियों के लिए एक अनोखा अनुभव होगा।

 

इस पैवेलियन में आए लोगों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और कुंभ मेले के महत्व का अनुभव कराया जाएगा। साथ ही, 'देखो अपना देश' पहल के तहत लोग अपने पसंदीदा पर्यटन स्थलों के लिए वोट कर सकेंगे।

विदेशी पर्यटकों के लिए टोल फ्री नंबर

महाकुंभ  में विदेशी पर्यटकों और अन्य आए पर्यटकों की सुविधा के लिए 24x7 टोल-फ्री पर्यटक हेल्पलाइन (1800111363 या 1363) शुरू की गई है। यह सेवा हिंदी और अंग्रेजी के साथ 10 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं और तमिल, तेलुगु, कन्नड़, बंगाली, असमिया और मराठी जैसे भारतीय भाषाओं में भी उपलब्ध होगी।

आईटीडीसी ने तैयार किए 80 लक्जरी टेंट

पर्यटकों के लिए विशेष टेंट सिटी और लक्जरी आवास की व्यवस्था की गई है। आईआरसीटीसी और आईटीडीसी ने 80 लक्जरी टेंट तैयार किए हैं, जिससे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को आरामदायक रहने की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, इन पैकेजिस को डिजिटल ब्रोशर के माध्यम से प्रचारित किया जा रहा है।

आसान कनेक्टिविटी

पर्यटकों की सुविधा के लिए पर्यटन मंत्रालय ने अलायंस एयर के साथ साझेदारी की है, जो भारत के विभिन्न शहरों से प्रयागराज तक की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी। यह पहल घरेलू और अंतरराष्ट्रीय आए पर्यटकों के लिए यात्रा को सहज और सुविधाजनक बनाएगी।

मीडिया और प्रचार अभियान

महाकुंभ  2025 के प्रचार के लिए सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। #Mahakumbh2025 और #SpiritualPrayagraj जैसे विशेष हैशटैग के माध्यम से लोगों को इस आयोजन के अनुभव साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

भारत की आध्यात्मिक छवि का प्रदर्शन

पर्यटन मंत्रालय ने महाकुंभ की भव्यता और आध्यात्मिकता को रिकॉर्ड करने के लिए बड़े पैमाने पर फोटोशूट और वीडियोग्राफी प्रोजेक्ट भी शुरू किए जाएंगे और मेले के दृश्यों को अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय मीडिया प्लेटफार्मों पर साझा किया जाएगा, जिससे प्रयागराज को एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में प्रस्तुत किया जा सके।

सुरक्षा के लिए हैं ये तैयारी

महा कुम्भ 2025 के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने के लिए व्यापक तैयारी की है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, सात जरूरी मार्गों पर 102 चेकपॉइंट बनाए गए हैं, जहां वाहनों और व्यक्तियों की सघन जांच की जा रही है।

 

प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि इस आयोजन के लिए 1,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसमें 71 निरीक्षक, 234 उप-निरीक्षक, 645 कांस्टेबल और 113 होम गार्ड/प्रांतीय रक्षक दल (PRD) के जवान शामिल हैं।

 

सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। पांच वज्र वाहन, दस ड्रोन और चार एंटी-सबोटाज टीमों को लगातार निगरानी में लगाया गया है। साथ ही, प्रमुख स्थल जैसे मंदिरों और अखाड़ों की सुरक्षा के लिए बहु-स्तरीय सुरक्षा चक्रव्यूह तैयार किया गया है।

 

ATS, NSG, और PAC के साथ मिलकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है। सुरक्षा बढ़ाने के लिए 2,700 एआई-युक्त कैमरे और 113 अंडरवॉटर ड्रोन तैनात किए गए हैं, जो जलमार्गों पर निगरानी रखेंगे। यह सभी व्यवस्थाएं प्रयागराज में लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी।