अमेरिका के वेन काउंटी (Wayne County) से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। काउंटी कमीशन में काम करने वाला कर्मचारी अचानक से करोड़पति बन गया। जानकारी के अनुसार, काउंटी कमीशन ने अपने एक कर्मचारी को गलती से  1.6 मिलियन डॉलर (लगभग 13 करोड़ रुपये) का पे-चेक दे दिया। महीने के अंत में इतनी सैलरी मिलने के बाद कर्मचारी करोड़पति बन गया लेकिन वह ज्यादा लंबे समय तक करोड़पति नहीं रह सका। काउंटी कमीशन को कर्मचारी ने खुद इस बारे में सूचित कर दिया। 

 

बताया जा रहा है कि यह गलती मानवीय भूल के कारण हुई है। काउंटी कमीशन के सुरक्षा उपाय इस गलती को पकड़ नहीं पाए और कर्मचारी को करोंड़ों रुपये का पे-चेक मिल गया। जिस कर्मचारी को यह राशि मिली वह मिशिगन काउंटी में 20 सालों से ज्यादा समय से काम कर रहा था। जब उसने अचानक करोड़ों रुपये अपने अकाउंट में देखे तो अगले ही दिन उसने इसकी सूचना काउंटी कमीशन में अपने सीनियर को दी। 

 

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कैसे हुई गलती?

अमेरिका के WXYZ चैनल 7 के अनुसार, जिस कर्मचारी को यह रुपये मिले उसकी हाल ही में सैलरी बढ़ी थी। सैलरी बढ़ने के बाद सुपरवाइजर सैलरी डिटेल अपडेट कर रहा था। कर्मचारी के काम के घंटों की जगह कर्मचारी आईडी नंबर गलती से टाइप हो गया। इसके बाद सुपरवाइजर अपनी गलती नहीं पकड़ पाया और कर्मचारी को करोड़ों रुपये का पे-चेक मिल गया और कर्मचारी करोड़पति हो गया। 

2 कर्मचारी हुए सस्पेंड

कर्मचारी ने ईमानदारी दिखाते हुए पे-चेक की जानकारी काउंटी कमीशन को दे दी लेकिन कर्मचारी की ईमानदारी के बावजूद, इस घटना के गंभीर परिणाम हुए हैं। काउंटी कमीशन ने इस घटना को गंभीरता से लिया और इस गलती के लिए जिम्मेदार 2 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि सिस्टम में कई बार जांच करके गलती को रोका जा सकता था लेकिन कर्मचारियों ने यह नहीं किया जिस कारण यह गलती हुई। काउंटी कमीशन के अधिकारी वारेन इवांस ने कहा, 'इसके लिए कोई बहाना नहीं है, इस तरह की घटना गलती से नहीं हो सकती। ऐसा किया गया है।'

पहले भी हुई थी गलती

वेन काउंटी की नई पेरोल सिस्टम के साथ यह कोई पहली समस्या नहीं है। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पिछले साल ही कंपनी ने ओरेकल के सॉफ्टवेयर का उपयोग करके नए पेरोल सिस्टम को पेश किया गया था। अगस्त में कई कर्मचारियों को उनकी सैलरी से कम पैसा मिला था। कंपनी के कर्मचारियों का कहना है कि कई कर्मचारी अभी भी नए सिस्टम पर पूरी तरह से ट्रेन नहीं हैं। सही ट्रेनिंग न मिलने के कारण कई बार इस तरह की गलती हो चुकी है।

 

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पुराने भुगतानों की होगी जांच?

काउंटी कमीशन की अध्यक्ष अलिशा बेल ने पुराने भुगतानों की पूरी जांच की मांग की है। उनका कहना है कि छोटी गलतियों की तरफ शायद किसी का ध्यान न जाए। उन्होंने कहा, 'अगर 100 या 200 डॉलर की गलती होती, तो शायद किसी को पता न चलता लेकिन एक मिलियन डॉलर? यह तो साफ दिखता है।' अब काउंटी पर दबाव है कि वह अपने पेरोल सिस्टम और कर्मचारी प्रशिक्षण को बेहतर करे ताकि भविष्य में ऐसी गलतियां न हों।