मणिपुर में शनिवार को अरमबाई तेंगोल के नेता कनन सिंह की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए। इम्फाल घाटी के पांच जिलों—इम्फाल पश्चिम, इम्फाल पूर्व, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग—में प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू कर दी। साथ ही, इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाएं, जिसमें VSAT और VPN शामिल हैं, पूरी तरह बंद कर दी गईं। इस बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें काले कपड़े पहने कुछ लोग खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की धमकी दे रहे हैं। खबरगांब इस वीडियो की सत्य होने की पुष्टि नहीं करता है।

 

हिंसक प्रदर्शनों के दौरान प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच कई जगहों पर झड़प हुई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘अरमबाई तेंगोल के नेता की गिरफ्तारी के बाद हिंसक विरोध शुरू हुआ। झड़प में तीन लोग घायल हुए हैं। सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।’ इम्फाल पूर्व के खुरई लमलॉन्ग इलाके में भीड़ ने एक बस में आग लगा दी।राज भवन से केवल 200 मीटर दूर कांगला गेट के पास सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के कई गोले दागे। क्वाकेथेल में कई बार गोलियां चलने की आवाज सुनी गई, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि गोलीबारी किसने की।

 

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क्या है विवाद की वजह?

इस ताजा अशांति की शुरुआत केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा अरमबाई तेंगोल के सदस्य कनन सिंह की गिरफ्तारी से हुई। CBI ने बताया कि सिंह 2023 की मणिपुर हिंसा से जुड़ी आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे। उन्हें शनिवार को इम्फाल हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया। CBI ने बयान जारी कर कहा, 'गुवाहाटी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने कनन सिंह को इम्फाल हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया। वह 2023 की मणिपुर हिंसा से जुड़े अपराधों में शामिल थे। उनके परिवार को गिरफ्तारी की जानकारी दे दी गई है। उन्हें इम्फाल से गुवाहाटी लाया गया और कोर्ट में पुलिस रिमांड के लिए पेश किया जाएगा।'

 

गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शनकारियों ने इम्फाल हवाई अड्डे के गेट को घेर लिया और मुख्य सड़कों को जाम कर दिया। उनका कहना था कि सिंह को राज्य से बाहर नहीं ले जाया जाए। इस विरोध ने जल्द ही हिंसक रूप ले लिया, जिसके बाद प्रशासन को सख्त कदम उठाने पड़े।

प्रशासन की कार्रवाई

प्रशासन ने हालात को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए। इम्फाल पश्चिम, इम्फाल पूर्व, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग में निषेधाज्ञा लागू की गई। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने और डंडे, पत्थर या धारदार हथियार रखने पर रोक लगा दी गई। इम्फाल पूर्व और बिष्णुपुर में शनिवार रात 10 बजे से लोगों को घरों में रहने का आदेश दिया गया।

 

इंटरनेट सेवाएं बंद करने का फैसला सोशल मीडिया पर भड़काऊ कॉन्टेंट को रोकने के लिए लिया गया। एक आधिकारिक आदेश में कहा गया, 'इम्फाल पूर्व, इम्फाल पश्चिम, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया पर तस्वीरें, नफरत भरे भाषण और वीडियो भेजकर लोगों को भड़का सकते हैं, जिससे राज्य में कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है।'

क्या है मौजूदा स्थिति

मणिपुर में यह ताजा हिंसा पहले से चल रहे तनाव को और बढ़ा सकती है। प्रशासन और सुरक्षा बल हालात पर नजर रखे हुए हैं। जनता से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। पुलिस का कहना है कि सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे।