छात्रों के लिए अपने करियर से जुड़े फैसले करना बहुत मुश्किल होता है। खासकर तब जब आप स्कूल खत्म करके कॉलेज लाइफ में आते हैं। 12वीं में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों के पास 12वीं के बाद कई विकल्प होते हैं लेकिन बहुत सारे छात्रों को इन विकल्पों के बारे में पता ही नहीं होता। मेडिकल की पढ़ाई बहुत सारे छात्र इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें डॉक्टर बनना होता है लेकिन डॉक्टर बनने के लिए मेडिकल कॉलेजों में बहुत कम सीटे हैं। ऐसे में कई छात्रों को कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल पाती और वे निराश हो जाते हैं लेकिन मेडिकल की पढ़ाई के बाद डॉक्टर के अलावा भी कई शानदार करियर विकल्प हैं। आप पैरामेडिकल कोर्स भी चुन सकते हैं।

 

पैरामेडिकल कोर्स मेडिकल सेक्टर में एक प्रैक्टिकल कोर्स होता है। इस कोर्स को करने के बाद आप डॉक्टरों और नर्सों की सहायता करने के लिए तैयार होते हैं और अलग-अलग अस्पतालों में नौकरी कर सकते हैं। 12वीं के बाद आप कई तरह के शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म पैरामेडिकल कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। आजकल युवा ज्यादातर शॉर्ट-टर्म कोर्स को प्राथमिकता दे रहे हैं। इन कोर्स में एडमिशन के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम भी देना पड़ सकता है और कई कॉलेजों में मेरिट के आधार पर भी एडमिशन मिलता है।

 

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कौन-कौन से कोर्स कर सकते हैं?

12वीं के बाद अगर आप पैरामेडिकल कोर्स करना चाहते हैं तो आपके पास कई विकल्प मौजूद हैं। आप ग्रेजुएशन कोर्स भी कर सकते हैं लेकिन इनमें ज्यादा समय लगता है। अगर आपको जल्दी नौकरी चाहिए तो आप शॉर्ट-टर्म कोर्स जैसे डिप्लोमा या फिर सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं। 

डिप्लोमा कोर्स

  • मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी (DMLT)
  • ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी (DOTT)
  • ऑप्टोमेट्री
  • रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी
  • फिजियोथेरेपी
  • एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजी
  • नर्सिंग केयर असिस्टेंट (DNCA)
  • इमरजेंसी टेक्नीशियन (DET)ॉ
  • कार्डिएक केयर टेक्नीशियन (DCCT) 

सर्टिफिकेट कोर्स

  • जनरल ड्यूटी असिस्टेंट (GDA)
  • मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी (CMLT)
  • ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी (COTT)
  • डायलिसिस टेक्नीशियन (CDT)
  • रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी (CMRIT)
  • इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (CEMTT)
  • प्राइमरी फर्स्ट एड और सीपीआर 

 

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ग्रेजुएशन कोर्स

  • बीएससी इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी (BMLT)
  • बीएससी इन रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग टेक्नोलॉजी
  • बीएससी इन कार्डिएक केयर टेक्नोलॉजी (BSc CCT)
  • बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT) 

टॉप कॉलेज 

पैरामेडिकल कोर्स देशभर के कई कॉलेजों और संस्थानों में करवाए जाते हैं। इन कॉलेजों में कोर्स के हिसाब से एडमिशन प्रोसेस अलग-अलग हो सकता है। आप जिस कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर एडमिशन प्रोसेस चेक कर सकते हैं। अगर आपको ग्रेजुएशन कोर्स करना है तो आपको कोई एंट्रेंस देना पड़ सकता है लेकिन ज्यदातर डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स में मेरिट के आधार पर एडमिशन होता है। 

 

  • अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS)
  • जामिया मिल्लिया इस्लामिया (JMI)
  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU)
  • मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली (MAMC)
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC)
  • जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (JNMC)
  • किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी

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कहां मिलेगी नौकरी?

पैरामेडिकल कोर्स करने के बाद आप मेडिकल सेक्टर में नौकरी करने के लिए तैयार होते हो। यह एक प्रोफेशनल कोर्स होता है इसलिए आपको कोर्स के बाद ही नौकरी मिल जाती है। कोर्स करने के बाद आप अलग-अलग अस्पतालों में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इनमें प्राइवेट अस्पतालों के साथ-साथ सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज भी शामिल होते हैं। इसके अलावा किसी लैब में, डायग्नोस्टिक सेंटर, रिसर्च लेबोरेटरी में भी नौकरी की जा सकती है।

 

लैब और डायग्नोस्टिक्स: लैब टेक्नीशियन, पैथोलॉजिस्ट सहायक, ब्लड बैंक टेक्नीशियन और सूक्ष्मजीवविज्ञानी के रूप में काम कर सकते हैं।
रेडियोलॉजी और इमेजिंग: रेडियोग्राफर, एमआरआई टेक्नीशियन, सीटी स्कैन टेक्नीशियन और अल्ट्रासाउंड टेक्नीशियन के पद उपलब्ध हैं।
फार्मेसी: फार्मासिस्ट के रूप में प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में काम कर सकते हैं।
नर्सिंग: नर्सिंग स्टाफ के रूप में अस्पतालों में काम करने के मौके मिलते हैं।
अन्य पोस्ट: ऑपरेशन थिएटर टेक्नीशियन, ईसीजी टेक्नीशियन, मेडिकल सोशल वर्कर और जनरल ड्यूटी असिस्टेंट (GDA) जैसे पद भी शामिल हैं।