बिहार विधानसभा चुनाव तो एनडीए गठबंधन ने जीत लिया है लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री के नाम का एलान नहीं हुआ है। 14 नवंबर को आए नतीजों में एनडीए गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला है। बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को खत्म हो रहा है। सिर्फ 5 दिन बचे हैं और एनडीए ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि बिहार की कमान किसे सौंपी जाएगी। नीतीश कुमार के नाम पर गठबंधन के अन्य सदस्यों ने सहमति दी है, जेडीयू भी कह रही है कि बिहार में मुख्यमंत्री का पद खाली नहीं है लेकिन बीजेपी ने अभी तक चुप्पी साधी है।

बिहार में विधानसभा चुनाव के बाद चिराग पासवान, जीत की बधाई देने नीतीश कुमार के आवास पर पहुंचे थे। उन्होंने मीडिया के साथ बातचीत में कहा है कि वह चाहते हैं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनें। चुनाव भी नीतीश कुमार की सुशासन वाली छवि पर ही लड़ा गया है। 

पहले बीजेपी नेताओं ने नीतीश कुमार को सीएम प्रोजेक्ट नहीं किया था, खुद अमित शाह ने कहा था कि सीएम का फैसला हम कैसे कर सकते हैं, बिहार के जीते हुए विधायक तय करेंगे कि उनका नेता कौन होगा। बाद में बीजेपी नेताओं ने कहा कि यह चुनाव, नीतीश कुमार की अगुवाई में ही लड़ा जाएगा। 

यह भी पढ़ें: बिहार में हराया, तेलंगाना में जिताया, औवैसी-कांग्रेस का यह कैसा रिश्ता?

अब कहां फंसा है पेच?

चिराग पासवान, एनडीए के मजबूत नेता हैं। उनकी पार्टी से 19 विधायक चुने गए हैं। वह चाहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बनें। जेडीयू के पास भी 85 विधायक हैं। हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के नेता जीतन राम मांझी नीतीश कुमार के पुराने मित्र रहे हैं, उनका भी समर्थन नीतीश कुमार को मिला है। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नेता उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से 4 विधायक चुने गए हैं। वह खुद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने की वकालत कर चुके हैं। अब बीजेपी को तय करना है कि नीतीश कुमार ही सीएम होंगे या किसी अन्य चेहरे पर विचार किया जा सकता है। 

यह भी पढ़ें: 243 में सिर्फ 11 मुस्लिम, अब तक सबसे कम; NDA ने 4 उतारे थे, 1 ही जीता

नीतीश कुमार और चिराग पासवान। (Photo Credit: PTI)

बिहार में सरकार गठन पर क्या अटकलें लगाई जा रहीं हैं?

कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बिहार में मुख्यमंत्री पद पर नीतीश कुमार ही बने रह सकते हैं, अब चर्चा सरकार गठन पर हो रही है। एनडीए गठबंधन की पार्टियां मंत्रियों की संख्या और बंटवारे पर बातचीत कर रही हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि हर छह विधायकों पर एक मंत्री पद देने का फॉर्मूला विचार किया जा रहा है।

बिहार में कैसी हो सकती है नई सरकार?

बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं। इस लिहाज से संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 36 मंत्री हो सकते हैं। एनडीए ने 202 सीटें जीतीं हैं। बीजेपी 89, जेडूयी 85, एलजेपी (आरवी) 19, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा(एस) 5 और आरएलएम 4।

यह भी पढ़ें: BJP से रूठे नीतीश कुमार तो असदुद्दीन ओवैसी तय करेंगे कौन होगा बिहार का CM

विजय सिन्हा के साथ नीतीश कुमार। (Photo Credit: PTI)

अब सरकार में कुछ इस तरह मंत्रिमंडल बंट सकता है-

  • हिंदुस्तान आवाम मोर्चा- 1 मंत्री पद
  • राष्ट्रीय लोच मोर्चा: 1 मंत्री पद
  • लोक जनशक्ति पार्टी: 3 मंत्री पद
  • बीजेपी और जेडीयू: 30-31 पद (संयुक्त रूप से)

कितने उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं?

उपमुख्यमंत्री के पद पर भी विचार हो रहा है। पिछली सरकार में बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा उपमुख्यमंत्री थे। उस सरकार में कुल 36 मंत्री थे। बीजेपी के 21, जेडीयू के 13, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा का 1 और एक निर्दलीय। एक बार फिर दो डिप्टी सीएम हो सकते हैं। 

नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा। (Photo Credit: PTI)

कौन सा पद, किस पार्टी को मिल सकता है?

स्पीकर: अगर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनते हैं तो बीजेपी स्पीकर का पद चाहेगी। बीजेपी दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद की मांग कर सकती है।

मुख्यमंत्री: नीतीश कुमार के नाम पर गठबंधन के 4 दल सहमत हैं। बीजेपी का फैसला अभी बाकी है।

मंत्री: मंत्रिमंडल में नए और पुराने दोनों चेहरों को जगह दी जा सकती है। 

 

एनडीए में क्या हो रहा है?

जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा:-
नीतीश कुमार को हम लोग चेहरा बनाकर काम करेंगे। हम अपनी बात बोल रहे हैं कि नीतीश कुमार को चेहरा बनाकर चलेंगे तो फायदा होगा। हम लोग मंत्रिमंडल में आने के लिए कभी भी दबाव नहीं डाले हैं, जो भी विभाग दिया गया है, वो हमने लिया है। MLA की सीट के लिए हमने मांग की थी, बाकी अपने 46 साल के राजनीतिक जीवन में कभी मंत्री पद नहीं मांगा। कुछ कसक है, उस पर हम धर्मेंद्र जी से बात करेंगे। यह हम किसी को नहीं बताएंगे की कसक क्या है। 

 

दिल्ली में बीजेपी और जदयू के नेता धमेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े, संजय झा ने बातचीत की है। जेडीयू नेता संजय झा ने कहा है कि बड़ी जिम्मेदारी है, सरकार जल्द बनेगी, इसलिए चर्चा हो रही है। रविवार को कई नेता नीतीश कुमार से मिले हैं, जिसमें केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, उपेंद्र कुशवाहा आदि शामिल हैं। सरकार गठन का खाका तैयार हो हो रहा है।

उपेंद्र कुशवाहा, अध्यक्ष, राष्ट्रीय लोक मोर्चा:-
हमने जनता का आभार व्यक्त किया है, नई सरकार बनाने की औपचारिकताएं जल्द पूरी होंगी और 2-4 दिनों में सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। हमने बार-बार कहा है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री थे, हैं और रहेंगे।

सरकार गठन पर अब तक जो पता है

मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को खत्म हो रहा है। सोमवार-मंगलवार को विधायक दल की बैठकें होंगी। नीतीश कुमार बैठक के बाद ही राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। 20 नवंबर को गांधी मैदान में शपथ ग्रहण हो सकता है।