बेंगलुरु में चोरी की एक ऐसी वारदात सामने आई है, जिसने एक बार फिर मिथक बन चुके महाठग 'नटवर लाल' की याद दिला दी है। बेंगलुरु में एक गैंग ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अधिकारी बनकर लूट की है। लूट भी दिनदहाड़े हुई है, जिसे सुनकर किसी को यकीन नहीं हो रहा है। महज 30 मिनट में चोरों ने 7 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश लूट लिया है।
बेंगलुरु में कुछ लोगों ने एक प्लान तैयार किया। उन्होंने कैश से लदी एक वैन को सड़क पर रोक ली। ड्राइवर से कहा कि वे RBI अधिकारी के अधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि कैश चेक करेंगे। कैश चेक करने के नाम पर कैश लेकर ही फरार हो गए। बेंगलुरु में यह अपने आप में पहली घटना है। वैन, जेपी नगर के पास एक बैंक ब्रांच से कैश लेकर जा रही थी। अशोक स्तंभ के पास यह अपराध हुआ है।
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क्यों बैंक कर्मचारियों को शक नहीं हुआ?
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि बेंगलुरू में ऐसी घटना पहले कभी नहीं हुई। वजह यह थी कि पुलिस ने कहा है कि अपराधियों ने पहले इनकम टैक्स अधिकारी होने का दावा किया। लुटेरों की कार में भारत सरकार का स्टीकर लगा था। उन्होंने दस्तावेजों का वेरिफिकेशन के नाम पर गाड़ी रोकी। उन्होंने कैश से लदी कार रोक ली। संदिग्धों ने कैश लेकर वैन के कर्मचारियों को जबरन अपनी कार में बिठा लिया।
कैश लूटकर फरार हुए बदमाश
पुलिस ने कहा कि लुटेरे, उन्हें लेकर डेयरी सर्किल की ओर गए। उन्होंने कर्मचारियों को उतरने के लिए कहा कि और कैश लूटकर फरार हो गए। वैन में करीब 7 करोड़ रुपये कैश रखे गए थे। गाड़ी का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ लिया जाएगा।
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दिनदहाड़े हो गई 7 करोड़ रुपये की लूट
बेंगलुरु शहर के पुलिस कमिश्नर सीमांत कुमार सिंह ने कहा कि यह घटना बुधवार दोपहर सिद्धपुरा थाना इलाके में हुई है। उन्होंने कहा कि करीब सात करोड़ रुपये लूटे गए हैं। पैसा सीएमएस कैश वैन से जबरन दूसरी गाड़ी में ट्रांसफर किया गया। पुलिस ने सीएमएस इनो सिस्टम लिमिटेड के ब्रांच मैनेजर की शिकायत पर IPC की कई धाराओं के तहत FIR दर्ज की है।
