देश की राजधानी में प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन में माओवादी माडवी हिड़मा के समर्थन में की गई नारेबाजी का मामला तूल पकड़ते जा रहा है। रविवार की शाम इंडिया गेट के पास दिल्ली में वायु प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन था। मगर यह प्रदर्शन कुछ ही समय में माओवादियों के समर्थन में बदल गया। छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बस्तर के बारे में काल्पनिक कहानियों से लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता। यह इलाका नक्सलवाद की वजह से विकास से वंचित है।

 

बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मास्क लगाकर प्रदर्शन में पहुंचे लोगों के असली चेहरे कुछ ही वक्त में सामने आ गए। बता दें कि नारेबाजी मामले में दिल्ली पुलिस ने 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। दो थानों में अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं।

असली चेहरा आ गया सामने: सुधांशु

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, 'इंडिया गेट के ऊपर कुछ लोग जो मुखौटा लगा कर गए थे कि वो पर्यावरण प्रदूषण के संदर्भ में बड़े जागरुक है और वह इस पर प्रदर्शन करना चाहते हैं।वहां पहुंचते ही उनके चेहरे पर से मुखौटा हट गया और अंदर का असली मुखौटा सामने आ गया। वो मारे गए नक्सली कमांडर के पक्ष में आकर नारेबाजी करने लगे। अर्थात प्रधानमंत्री जी ने जो कहा कि मुस्लिम लीगी माओवादी कांग्रेस हो गई है।'

 

 

 

 

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सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा, 'आज आप सोचिए कि ये वही लोग हैं, जो 2010 में छत्तीसगढ़ में हमारे सीआरपीएफ के 75 से अधिक जवान मारे गए थे तो मीडिया में रिपोर्ट आई थी कि तमाम लोगों ने दिल्ली में खुशियां मनाई थी। देश की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में भी खुशियां मनाई गईं। मुझे लगता है कि वो सोच अभी तक जिंदा है। हवा के प्रदूषण से ज्यादा दिमाग में मैकाले, मार्क्स और माओ का प्रदूषण आकर बैठ गया है। उसके साथ कट्टरपंथी कठमुल्लाओं का समर्थन पाकर सत्ता में आने का जो ख्वाब आंखों में बस गया है, यह देश के लिए ज्यादा बड़ी चुनौती है।' 

दिल्ली पुलिस ने दर्ज की 2 FIR, अब तक 22 गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस के मुताबिक रविवार की शाम कुछ लोग प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन करने इंडिया गेट पहुंचे। उनके हाथों में माओवादी कमांडर माडवी हिड़मा के पोस्टर थे। प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम करने की कोशिश की। जब पुलिस ने उन्हें हटाने का प्रयास किया तो पेपर स्प्रे से हमला कर दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने हिड़मा और नक्सलवादियों के समर्थन में नारेबाजी की। दिल्ली पुलिस ने दो अलग-अलग थानों में मामला दर्जकर 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। सोमवार को सभी प्रदर्शनकारियों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। पहली एफआईआर कर्तव्य पथ थाने में और दूसरी संसद मार्ग थाने में लिखी गई।

 

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आंध्र प्रदेश में 18 नवंबर को सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में हिड़मा को मारा गया था। वह छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पुवर्ती गांव का रहने वाला था। हिड़मा के मुठभेड़ को छत्तीसगढ़ पुलिस दंडकारण्य इलाके में नक्सल के ताबूत की आखिरी कील बता रही है।