उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 25 नवंबर को राम मंदिर में ध्वजारोहण कार्यक्रम होने वाला है। इस दिन विवाह पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। राम मंदिर के शिखर पर केसरिया रंग का ध्वज फहराया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम करीब 10 बजे अयोध्या पहुंचेंगे। मंदिर के कोषाध्यक्ष महंत गोविंद गिरि ने जानकारी दी कि पीएम प्रधानमंत्री इस दिन उपवास रखेंगे। 

 

कोषाध्यक्ष ने बताया कि ध्वजारोहण का मुहूर्त 11:58 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक है। ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री मोदी वहां मौजूद लोगों को संबोधित करेंगे। मंदिर का ज्यादातर हिस्सा पूरा हो गया है। राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को ही हो चुकी है।

 

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25 नवंबर क्यों है खास?

ऐसी मान्यता है कि त्रेता युग में राम और सीता जी का विवाह मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को हुआ था। 25 नवंबर को भी यही पंचमी तिथि है और हर साल विवाह पंचमी के दिन हिंदू पंचांग में सबसे ज्यादा शादी की तिथि तय की जाती है।

अभिजीत मुहूर्त पर होगा ध्वजारोहण

मान्यताओं के अनुसार अभिजीत मुहूर्त किसी भी काम को करने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। इसे दिन का सबसे शक्तिशाली समय कहा जाता है क्योंकि इसकी ऊर्जा सीधे सूरज से जुड़ी होती है। आपको बता दें कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा भी इसी मुहूर्त में हुई थी। इसलिए ध्वजारोहण के लिए इस मुहूर्त को शुभ माना जा रहा है।

 

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ध्वजारोहण वाले दिन होने दिन क्या होगा?

25 नवंबर को समारोह के दौरान पीएम के साथ RSS प्रमुख मोहन भागवत भी राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा फहराएंगे। कार्यक्रम की शुरुआत सप्त ऋषि मंदिर से होगी जहां सप्त ऋषियों की प्रार्थना और विशेष वैदिक पूजा पूरी की जाएगी। इस कार्यक्रम में सात हजार से ज्यादा खास मेहमान पहुंचेंगे। इनमें राम मंदिर ट्रस्ट के करीब 80 प्रमुख दानदाता शामिल हैं।

सुरक्षा के चाक चौबंद

अयोध्या में राम पथ पर दोनों तरफ डबल बैरिकेडिंग की गई है। महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों की भारी तैनाती की जाएगी। साकेत महाविद्यालय के आसपास तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था रहेगी।