भारत के स्टार शटलर लक्ष्य सेन ने ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट जीतकर खिताब का सूखा खत्म कर दिया है। 24 साल के लक्ष्य ने रविवार (23 नवंबर) को सिडनी में खेले गए फाइनल में जापान के युशी तनाका को हराकर इस साल का अपना पहला खिताब जीता। इसके साथ ही उन्होंने इंटरनेशनल सर्किट पर अपने मुश्किल दौर को भी पीछे छोड़ दिया है।
38 मिनट में जीत गए लक्ष्य
लक्ष्य को सेमीफाइनल मुकाबले में काफी मेहनत करनी पड़ी थी। चीनी ताइपे के चोउ टिएन चेन को हराने में उन्हें 80 मिनट से ज्यादा का समय लगा था। फाइनल में लक्ष्य ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए महज 38 मिनट में जापानी खिलाड़ी को परास्त कर दिया। पेरिस ओलंपिक 2024 में चौथे स्थान पर रहने के बाद खराब दौर से गुजरने वाले अल्मोड़ा के लक्ष्य ने 21-15, 21-11 से आसान जीत दर्ज की और 4 लाख 75 हजार डॉलर इनामी टाइटल अपने नाम कर ली।
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यह खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय पुरुष
लक्ष्य सेन ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं। इससे पहले किदाम्बी श्रीकांत ने यहां परचम लहराया था। वर्ल्ड चैंपियनशिप 2021 के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट लक्ष्य ने आखिरी बार 2024 में लखनऊ में सैयद मोदी इंटरनेशनल में सुपर 300 खिताब जीता था। वह इस साल सितंबर में हांगकांग सुपर 500 में उप-विजेता रहे थे।
इस साल ऑर्लियंस मास्टर्स सुपर 300 खिताब जीतने वाले दुनिया के 26वें नंबर के खिलाड़ी तनाका का सामना करते हुए लक्ष्य ने शानदार नियंत्रण और तेज तर्रार खेल का नमूना पेश किया और एक भी गेम गंवाए बिना मुकाबला अपने नाम कर लिया।
इस जीत के साथ मौजूदा कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन लक्ष्य इस सीजन में BWF वर्ल्ड टूर खिताब जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय बने। इससे पहले आयुष शेट्टी ने अमेरिकी ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट जीता था। भारत के अन्य खिलाड़ियों की बात करें तो सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी हांगकांक और चीन मास्टर्स के फाइनल में पहुंचे थे, जबकि किदाम्बी श्रीकांत भी इस साल की शुरुआत में मलेशिया मास्टर्स में उप-विजेता रहे थे।
