• SYDNEY
23 Nov 2025, (अपडेटेड 23 Nov 2025, 4:49 PM IST)
भारत के स्टार शटलर लक्ष्य सेन ने ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया है। 23 नवंबर को सिडनी में खेले गए फाइनल में उन्होंने जापान के युशी तनाका को हराया।
सिडनी में जीत के बाद जश्न मनाते लक्ष्य सेन, Photo Credit: BAI Media/X
ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के मेंस सिंगल्स का फाइनल भारत के लक्ष्य सेन और जापानी शटलर युशी तनाका के बीच खेला गया। रविवार (23 नवंबर) को सिडनी में हुई इस खिताबी भिड़ंत में भारतीय शटलर लक्ष्य सेन ने 21-15, 21-11 से जीत दर्ज की। लक्ष्य ने तनाका को 38 मिनट में ही परास्त कर दिया।
पेरिस ओलंपिक 2024 में चौथे स्थान पर रहे लक्ष्य ने 4 लाख 75 हजार डॉलर इनामी राशि वाली ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतकर खिताबी सूखा खत्म कर दिया है। लक्ष्य सेन का इस साल का यह पहला खिताब है। उन्होंने इंटरनेशनल सर्किट पर अपने मुश्किल दौर को पीछे छोड़ दिया है। वह पेरिस ओलंपिक के बाद से खराब दौर से गुजर रहे थे।
24 साल के लक्ष्य के लिए 2025 का सीजन निराशाजनक ही गुजर रहा था। उन्होंने आखिरी बार 2024 में सैयद मोदी इंटरनेशनल में सुपर 300 खिताब जीता था। इस साल की शुरुआत में लक्ष्य ने हॉन्ग कॉन्ग ओपन के फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन वह ली शि फेंग से हार गए थे।
ऑस्ट्रेलियन ओपन की जीत से न सिर्फ उन्होंने इस चुनौतीपूर्ण सीजन का सुखद अंत किया है, बल्कि उनके साल के आंकड़े भी अच्छे हो जाएंगे। यह इस युवा खिलाड़ी का मनोबल बढ़ाएगा। वर्ल्ड चैंपियनशिप 2021 के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट लक्ष्य फिलहाल BWF रैंकिंग में 14वें स्थान पर हैं। उनकी रैंकिंग में सुधार भी आएगी।
इस साल ऑर्लियंस मास्टर्स सुपर 300 खिताब जीतने वाले दुनिया के 26वें नंबर के खिलाड़ी तनाका का सामना करते हुए लक्ष्य ने शानदार नियंत्रण और तेजतर्रार खेल का नमूना पेश किया और बिना कोई गेम गंवाए मुकाबला अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन लक्ष्य इस सीजन में BWF वर्ल्ड टूर खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय बने। इससे पहले आयुष शेट्टी ने अमेरिकी ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट जीता था।
ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के बाद लक्ष्य अपने प्रदर्शन से संतुष्ट दिखे। उन्होंने कहा, 'इस सीजन में मैंने काफी उतार-चढ़ाव देखे। सीजन की शुरुआत में कुछ चोटें भी लगीं लेकिन मैंने पूरे सीजन में कड़ी मेहनत की और अब जीत के साथ सीजन का अंत कर मैं बहुत खुश हूं। मैं बहुत उत्साहित हूं और अगले सीजन का इंतजार कर रहा हूं। इस टूर्नामेंट में मैंने जिस तरह का प्रदर्शन किया उससे मैं बहुत खुश हूं।'
ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब के साथ लक्ष्य सेन, Photo Credit: BAI Media/X
कड़ा रहा था सेमीफाइनल
लक्ष्य सेन को सेमीफाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे के चोउ टिएन चेन से कड़ी टक्कर मिली थी। उन्होंने पहला गेम हारने के बाद जबरदस्त वापसी की और फाइनल का टिकट कटाया। 86 मिनट तक चले मैराथन सेमीफाइनल मुकाबले के बाद लग रहा था कि फाइनल में लक्ष्य पर थकान हावी होगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। लक्ष्य ने आत्मविश्वास से भरी शुरुआत की और 6-3 की बढ़त बना ली थी। तनाका ने कई गलतियां कीं।
इसके बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला और तनाका ने अंतर 7-9 का कर दिया। मगर जापानी खिलाड़ी ने एक और शॉट नेट पर उलझा दिया, जिससे लक्ष्य ने इंटरवल तक तीन पॉइंट्स की बढ़त हासिल कर ली। लक्ष्य का हौसला बढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में भारतीय दर्शक मौजूद थे और इस खिलाड़ी ने उन्हें निराश नहीं किया।
तनाका ने अपने जोरदार स्मैश और लक्ष्य की एक गलती का फायदा उठाकर स्कोर 12-13 कर दिया। हालांकि लक्ष्य ने जापान के खिलाड़ी को वापसी का मौका नहीं दिया। उन्होंने बैकहैंड स्मैश और एक और जबरदस्त क्रॉस-कोर्ट विनर के साथ 17-13 से चार पॉइंट्स की बढ़त बना ली। लक्ष्य ने इसके बाद पांच गेम पॉइंट्स हासिल किए और तनाका की एक और गलती से पहला गेम अपने नाम कर लिया।
लक्ष्य ने फाइनल को एकतरफा बनाया
दूसरा गेम पूरी तरह से एकतरफा रहा। लक्ष्य ने तेज और सपाट रिटर्न से अपना दबदबा बनाए रखा। तनाका ने अपने स्मैश से उन्हें परेशान करने की कोशिश की लेकिन यह चुनौती देने के लिए काफी नहीं थे। लक्ष्य आक्रामक होकर खेल रहे थे, जिससे वह 8-4 से आगे हो गए। उन्होंने इसके बाद भी दबाव बनाए रखा और इंटरवल तक छह पॉइंट्स की बढ़त हासिल कर ली। तनाका इंटरवल के बाद भी किसी तरह की चुनौती पेश नहीं कर पाए और लक्ष्य ने जल्द ही अपनी बढ़त 17-8 कर दी। उन्होंने जल्द ही नेट के पास एक और बेहतरीन शॉट लगाकर 10 मैच पॉइंट्स हासिल किए और फिर एक तेज क्रॉस-कोर्ट रिटर्न से खिताब पर कब्जा जमा लिया।
लक्ष्य ने बताया कि मैच की अच्छी शुरुआत करना महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा, 'अच्छी शुरुआत करना और आखिर तक लय बनाए रखना महत्वपूर्ण था। पहले गेम में मुकाबला बराबरी का था। दूसरे गेम में मैंने अच्छी शुरुआत की और आखिर तक बढ़त बनाए रखी। मैं ज्यादा नहीं सोच रहा था और मैंने अपना पूरा ध्यान हर एक पॉइंट जीतने पर लगाया।'