पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती बम धमाके ने न सिर्फ देश को हिला दिया है, बल्कि पाकिस्तान में खेली जा रही त्रिकोणीय सीरीज (Tri-Series) पर भी बड़ा असर डाल दिया है। धमाके में 12 लोगों की मौत और 27 लोगों के घायल होने के बाद श्रीलंका क्रिकेट टीम के कई खिलाड़ी डरे और चिंतित नजर आए। कम से कम आठ श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई और पाकिस्तान दौरा बीच में छोड़कर वापस श्रीलंका लौटने की बात की है।

 

श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (SLC) ने तुरंत स्थिति संभालते हुए एक सख्त बयान जारी किया और खिलाड़ियों को निर्देश दिया कि वे 'दौरे को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जारी रखें।' बोर्ड ने साफ कहा कि अगर कोई खिलाड़ी या स्टाफ सदस्य इसकी अवहेलना करता है, तो उसके खिलाफ 'औपचारिक समीक्षा' की जाएगी।

 

यह त्रिकोणीय सीरीज पाकिस्तान, श्रीलंका और जिम्बाब्वे के बीच खेली जा रही है। मंगलवार को इस्लामाबाद हमले के बावजूद रावलपिंडी में पहला वनडे खेला गया, जिसमें पाकिस्तान ने श्रीलंका को 6 रन से हराया। हालांकि, धमाके के बाद दूसरे वनडे पर संदेह के बादल मंडराने लगे लेकिन SLC ने स्पष्ट कर दिया कि मैच तय कार्यक्रम के अनुसार ही होगा।

 

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श्रीलंका बोर्ड ने अपने बयान में क्या कहा?

श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने अपने बयान में कहा, 'श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (SLC) को आज सुबह टीम मैनेजमेंट से जानकारी मिली कि पाकिस्तान दौरे पर गए कुछ खिलाड़ियों ने सुरक्षा की वजह से घर लौटने की इच्छा जताई है। इसके बाद SLC ने तुरंत खिलाड़ियों से बात की और उन्हें आश्वस्त किया कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसीलिए सभी खिलाड़ियों, कोचिंग स्टाफ और टीम मैनेजमेंट को निर्देश दिया गया है कि वे दौरा जारी रखें।'

श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों को क्या कहा?

श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों को कहा, 'अगर कोई खिलाड़ी या टीम सदस्य बोर्ड के निर्देशों के बावजूद लौटने का फैसला करता है, तो उसकी जगह तुरंत दूसरे खिलाड़ी भेजे जाएंगे, जिससे सीरीज प्रभावित न हो। साथ ही, जो भी खिलाड़ी या स्टाफ सदस्य आदेश की अनदेखी करेगा, उसके खिलाफ औपचारिक समीक्षा की जाएगी और बाद में उचित कार्रवाई की जाएगी।'

 

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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने भी अंतरराष्ट्रीय मीडिया से कहा है कि इस्लामाबाद हमले के बाद टीमों की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, आत्मघाती हमलावर ने कोर्ट परिसर के भीतर घुसने की कई कोशिशें कीं और आखिर में एक पुलिस की गाड़ी के पास खुद को उड़ा लिया।

 

गौरतलब है कि मार्च 2009 में भी श्रीलंका क्रिकेट टीम पर पाकिस्तान में आतंकवादी हमला हुआ था, जब लाहौर में गद्दाफी स्टेडियम जा रही टीम की बस पर आतंकियों ने गोलीबारी की थी। उस हमले में छह श्रीलंकाई खिलाड़ी घायल हुए थे और टीम को तुरंत पाकिस्तान से निकालना पड़ा था। उस घटना के बाद लगभग एक दशक तक कोई भी विदेशी टीम पाकिस्तान नहीं गई।