कर्नाटक के बेंगलुरु में एक 74 साल के बुजुर्ग ने ऑनलाइन फ्रॉड में करीब 1.33 करोड़ रुपये गंवा दिए। पीड़ित के साथ एक वेल्थ मैनेजमेंट कंपनी का रिप्रेजेंटेटिव बनकर फ्रॉड को अंजाम दिया गया। यह पूरा मामला फेक IPO स्कैम से संबंधित है। शिवकुमार नाम के व्यक्ति के साथ ऑनलाइन ब्राउजिंग करते समय यह स्कैम हुआ। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की है।
शिवकुमार ऑनलाइन ब्राउजिंग कर रहे थे, तभी उन्हें 'आनंद राठी वेल्थ लिमिटेड' वेबसाइट मिली। वेबसाइट पर दिखने वाले नंबर पर उन्होंने बात की जिसने ज्यादा मुनाफे वाली स्कीम बताकर उनके साथ ठगी कर ली।
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क्या था पूरा मामला?
शिवकुमार को ऑनलाइन ब्राउजिंग के समय 'आनंद राठी वेल्थ लिमिटेड' वेबसाइट दिखी। उन्होंने अपने WhatsApp नंबर से साइट पर दिख रहे नंबर को डायल कर दिया। इसके बाद एक अंकित महेश नाम के व्यक्ति ने उनसे बात की। उसने उनको ज्यादा मुनाफे वाली स्कीमों के बारे में बताया और [https://anewadmini.top](https://anewadmini.top) लिंक से एक एप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा।
स्टॉक मार्केट IPO इन्वेस्टमेंट से अच्छे रिटर्न के दावो पर यकीन करके उन्होंने अपने एक्सिस बैंक के अकाउंट से 1,15,50,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके अलावा उन्होंने अपने रिश्तेदार विनय कुमार के केनरा बैंक अकाउंट से भी 18,00,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए। कुल मिलाकर उन्होंने आरोपी को 1,33,50,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए।
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फ्रॉड होने पर शिकायत दर्ज
शिवकुमार ने 21 सितंबर को इस मामले में शिकायत दर्ज कराई। जब उन्हें पता चला कि महेश ने न तो प्रॉफिट दिया और न ही इन्वेस्ट किया हुआ पैसा वापस किया। इसके बाद उन्हें एहसास हो गया कि उनके साथ ऑनलाइन फ्रॉड हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि नेशनल साइबर क्राइम सेल में केस दर्ज किया गया है और पूरे मामले में जांच चल रही है।
डेटिंग ऐप से फ्रॉड
बेंगलुरु से महीने की शुरुआत में एक और ऑनलाइन फ्रॉड का मामला सामने आया था जहां एक व्यक्ति ने करीब 1.29 करोड़ रुपये गंवा दिए। पीड़ित जगदीश एक डेटिंग ऐप पर महिला से मिले जिसने उन्हें इंटरनेशनल स्टॉक मार्केट से ज्यादा रिटर्न के लिए एक कंपनी में इन्वेस्ट करने के लिए मनाया। मेघना रेड्डी नाम की इस महिला ने पीड़ित के पिता के नाम पर एक ओल्ड-एज होम बनाने का जिक्र किया था। इस चक्कर में पीड़ित ने महिला पर विश्वास कर इतनी बड़ी रकम ट्रांसफर की, जहां उन्हें न तो रिटर्न मिला और न ही शुरुआती इन्वेस्टमेंट। अब पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया है।
