उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक छात्र ने कॉलेज परिसर में पेट्रोल छिड़कर खुद को आग लगा ली। छात्र 70% से ज्यादा जल गया है, उसका फिलहाल दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। छात्र कॉलेज की फीस नहीं चुका पाया था, जिसकी वजह से कॉलेज ने उसे परीक्षा फॉर्म देने से मना कर दिया गया था। छात्र इस बात से आहत था। मामला मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना स्थित एक कॉलेज का है। छात्र बीए सेकेंड ईयर का छात्र है।
छात्र का नाम 20 वर्षीय उज्जवल राणा है। उज्जवल ने एक वीडियो रिकॉर्ड करके कॉलेज के प्रिंसिपल और पुलिसकर्मियों पर फीस नहीं चुकाने के कारण कथित तौर पर मारपीट और अपमानित करने का आरोप लगाया है। बताया गया है कि उसे तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई थी। उसने शनिवार सुबह 11.30 बजे परिसर में खुद को आग लगा ली।
यह भी पढ़ें: फ्लैट पर बुलाया, गर्दन पर मारी गोली; 2 महीने पुराने विवाद में दोस्त बना दुश्मन
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
पीड़ित छात्र का आग से जलते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में छात्र आग की लपटों में घिरा हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि अन्य छात्र आग बुझाने में उसकी मदद के लिए दौड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। जब तक छात्र आग बुझा पाते, तब तक उज्ज्वल बुरी तरह जल चुका था, उसके कपड़े पूरी तरह जल चुके थे और उसकी चमड़ी आग की लपटों से काली पड़ गई थी।
छात्रों और परिवार के सदस्यों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया है। परिवार ने आरोप लगाया है कि किसी भी शिक्षक या कर्मचारी ने उसे बचाने के लिए आगे नहीं आए और पुलिस के आने और उसे अस्पताल ले जाने से पहले वह लगभग आधे घंटे तक दर्द में तड़पता रहा।
मेरठ से दिल्ली रेफर किया
उज्ज्वल को पहले एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, फिर मेरठ रेफर किया गया और बाद में उसकी जलन की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली रेफर कर दिया गया। वीडियो बयान में, उज्ज्वल राणा ने कहा कि उसने फीस का कुछ हिस्सा, 1,700 रुपये, चुका दिया था, लेकिन बाकी 7,000 रुपये उसे चुकाने थे।
यह भी पढ़ें: वंदे भारत में बच्चों ने गाया गीत तो केरल सरकार ने उठाए सवाल, हुआ हंगामा
उज्जवल के आरोप क्या हैं?
वीडियो में उज्जवल ने आरोप लगाया, 'उन्होंने मेरा परीक्षा फॉर्म जमा करने से मना कर दिया। प्रिंसिपल ने सबके सामने मेरा अपमान किया और कहा कि 'यह कॉलेज कोई धर्मशाला नहीं है।' उन्होंने मेरे बाल खींचे और मुझे पीटा। जब मैंने फीस नहीं दे पाने वाले छात्रों की बात की, तो कॉलेज ने पुलिस बुला ली। यहां तक कि पुलिसवालों ने भी मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और मुझे कॉलेज से बाहर निकाल दिया।'
छात्र ने आगे कहा है कि अगर उन्हें कुछ भी होता है, तो प्रिंसिपल और तीन पुलिसकर्मियों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। उज्ज्वल जिले के खाकरोबान गांव का रहने वाला है। उसके पिता हरेंद्र एक किसान हैं और उनके पास लगभग 13 बीघा जमीन है, जिसमें वह गन्ने की खेती करते हैं। छात्र की मां का कुछ साल पहले निधन हो गया था। मुजफ्फरनगर के एसपी ने घटना की गहन जांच करने के आदेश दे दिए हैं।
बुढ़ाना पुलिस ने छात्र उज्ज्वल की बहन सलोनी की शिकायत के आधार पर कॉलेज के प्रिंसिपल और अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
