संजय सिंह। विधानसभा चुनाव में एनडीए की शानदार जीत हुई है। बीजेपी को इस चुनाव में 89 और जेडीयू को 85 सीटें मिली हैं। गठबंधन के नेताओं के बीच बातचीत के बाद यह लगभग तय हो चुका है कि मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार ही शपथ लेंगे। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में 20 नवंबर को शपथ ग्रहण होगा। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया है। उप मुख्यमंत्री के पद में फेरबदल की संभावना है।
इस बार के चुनाव में कुछ नए चेहरे भी चुनाव जीतकर आए हैं। इन चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। एनडीए के पार्टनर लोजपा आर के चार विधायकों को भी मंत्री बनने का मौका मिल सकता है।
उप मुख्यमंत्री में फेरबदल
पिछले मंत्रिमंडल में दो उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा बीजेपी कोटे से थे। विधानसभा अध्यक्ष का पद भी बीजेपी के नंदकिशोर यादव को मिला था। इस बार के चुनाव में नंदकिशोर यादव का टिकट कट गया था। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है। असरगंज की चुनावी सभा में शाह यह कह चुके हैं कि चुनाव जीतने के बाद सम्राट को बड़ी जिम्मेवारी दी जाएगी। ऐसे में इस बात के कयास लगाया जा रहे हैं कि सम्राट दुबारा उप मुख्यमंत्री बनें।
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उधर लोजपा आर के भी 19 विधायक चुनाव जीते हैं। चिराग चाहते हैं कि उनके भी किसी एक विधायक को उप मुख्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद मिले। ऐसी स्थिति में विजय कुमार सिन्हा का पत्ता कट सकता है। उन्हें विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी दी जा सकती है। वे पहले भी विधानसभा अध्यक्ष का काम देख सके हैं। बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि इस बार गृह विभाग का पद बीजेपी अपने पास रखना चाहती है, लेकिन जेडीयू इसके लिए तैयार नहीं है।
जेडीयू के हो सकते हैं 15 मंत्री
इस बार के चुनाव में जेडीयू के 12 मंत्री चुनाव लड़ रहे थे। इनमें से 11 ने जीत दर्ज की है। जमुई के चकाई विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे पूर्व मंत्री सुमित कुमार चुनाव हार गए। इस बार मुख्यमंत्री सहित जेडीयू के 15 विधायक मंत्री बन सकते हैं। इनमें विजय चौधरी, विजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, लेशी सिंह और मदन सहनी का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। कुछ पूर्व सांसद भी चुनाव जीतकर आए हैं। ऐसी चर्चा है कि उन्हें भी मंत्री बनने का मौका दिया जा सकता है। भागलपुर जिले के गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद बुलो मंडल विधायक चुने गए हैं। ये गंगोता जाति के हैं। पहले भी इस जाति से एक मंत्री था। ऐसी स्थिति में उन्हें भी मंत्री बनाया जा सकता है।
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बीजेपी के होंगे 16 मंत्री
बीजेपी के 16 मंत्री बनाए जाने की संभावना है। 2025 के चुनाव में पूर्व से रहे 17 मंत्री चुनाव जीत चुके हैं। इसके अलावा पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद कटिहार से चुनाव जीते हैं। उनकी भी दावेदारी मंत्री बनने में मजबूत है। पुराने चेहरों में प्रेम कुमार, मंगल पांडेय, संजय सरावगी, नीतीश मिश्रा, डा. सुनील कुमार, सुरेंद्र मेहता को फिर से मंत्रीमंडल में जगह मिल सकती है। जमुई जिले से जेडीयू की एक मात्र मंत्री सुमित कुमार चुनाव हार चुके हैं। ऐसी स्थिति में जमुई से दूसरी बार चुनाव जीती श्रेयसी सिंह को मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। ये महिला के साथ साथ युवा चेहरा भी हैं।
लोजपा आर के हिस्से 4 मंत्री पद
लोजपा आर से 19 विधायक चुने गए हैं। इनके हिस्से में तीन मंत्री पद आता है, लेकिन ये चार की मांग कर रहे हैं। पार्टी सुप्रीमो चिराग पासवान के सबसे करीबी राजू तिवारी माने जाते हैं। ऐसी स्थिति में इनका मंत्री बनना तय माना जा रहा है। दो अन्य विधायक जिसे पार्टी चाहेगी वो मंत्री बन सकते हैं। उधर जीतनराम मांझी की पार्टी हम से पांच विधायक जीते हैं। मांझी के पुत्र संतोष कुमार पहले से भी मंत्री रहे हैं। उनका मंत्री बनना तय माना जा रहा है। इस बार उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से चार विधायक चुनाव जीतकर आए हैं। चुनाव जीतने वालों में उनकी पत्नी स्नेहलता भी शामिल हैं। संभव है कि कुशवाहा अपनी पत्नी स्नेहलता को मंत्री बनाना पसंद करेंगे।