बिहार में एनडीए ने 202 सीटें जीत ली हैं। बीजेपी ने 89 और जेडीयू ने 85 सीटें जीती हैं। वहीं, महागठबंधन 34 सीटों पर सिमट गया है। बिहार के इस चुनाव में एनडीए की भारी जीत का नतीजा यह हुआ है कि मुस्लिम विधायकों का प्रतिनिधित्व कम हो गया है। बिहार की नई विधानसभा में सिर्फ 11 ही मुस्लिम विधायक होंगे। यह बिहार के अब तक के इतिहास में सबसे कम है।
इस बार बिहार चुनाव में जो 11 मुस्लिम विधायक चुने गए हैं, उनमें सबसे ज्यादा 5 विधायक AIMIM पार्टी से हैं। आरजेडी से 3, कांग्रेस से 2 और जेडीयू से 1 मुस्लिम विधायक चुना गया है।
एनडीए की ओर से जेडीयू ने 4 मुस्लिमों को टिकट दिया था लेकिन इनमें से सिर्फ एक ही जीत सका। बीजेपी ने एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया था।
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मुस्लिम विधायक कहां-कहां से?
243 विधायकों से सिर्फ 11 मुस्लिम विधायक चुने गए हैं। AIMIM के 5 विधायक हैं और सभी ने अच्छे-खासे अंतर से चुनाव जीता है। पिछले चुनाव में भी AIMIM ने 5 सीटें जीती थीं। हालांकि, चुनाव के बाद AIMIM के 4 विधायक आरजेडी के साथ चले गए थे।
इस बार AIMIM से जो 5 विधायक बने हैं, उनमें मोहम्मद मुर्शिद आलम (जोकिहाट), मोहम्मद तौसिफ आलम (बहादुरगंज), मोहम्मद सरवर आलम (कोचाधामन), अख्तरुल ईमान (अमौर) और गुलाम सरवर (बैसी) शामिल हैं।

वहीं, आरजेडी के टिकट पर तीन मुस्लिम उम्मीदवार जीते हैं, जिनमें ढाका से फैजल रहमान, बिस्फी से आसिफ अहमद और रघुनाथपुर से ओसामा शहाब शामिल हैं। कांग्रेस के टिकट पर अररिया से आबिदुर रहमान और किशगनगंज से मोहम्मद कमरुल होदा ने चुनाव जीता है।
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एनडीए से सिर्फ एकमात्र मुस्लिम विधायक
बीजेपी तो चुनावों में मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देती है। जेडीयू ने भी इस बार सिर्फ 4 मुस्लिमों को ही टिकट दिया। पिछले चुनाव में जेडीयू ने 11 मुस्लिमों को टिकट दिया था।
जेडीयू ने जोकिहाट, अररिया, अमौर और चैनपुर से मुस्लिम को उम्मीदवार बनाया था। हालांकि, इसमें से सिर्फ चैनपुर में ही जेडीयू की जीत हो पाई है। चैनपुर से मोहम्मद जमां खान ने आरजेडी के बृज किशोर बिंद को 8,362 वोटों से हराया है। जमां खान को 70,876 वोट मिले हैं।
बाकी बची तीन सीटों पर जेडीयू के मुस्लिम उम्मीदवारों की बड़े अंतर से हार हुई है। जोकिहाट से जेडीयू के मंजर आलम 28,803 वोटों से हार गए। अररिया से शगुफ्ता आजिम 12,741 वोटों से हार गईं। वहीं, अमौर से जेडीयू के सबा जफर 38,928 वोटों से चुनाव हार गए।
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पिछली बार 19 मुस्लिम जीते थे
आजादी से लेकर बिहार में अब तक 18 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। यह पहली बार था जब इतने कम मुस्लिम उम्मीदवार जीते हैं।
अब तक सबसे ज्यादा 34 मुस्लिम 1985 के विधानसभा चुनाव में जीते थे। 29 मुस्लिम 2000 के चुनाव में जीते थे। 2015 की तुलना में 2025 में जीतने वाले मुस्लिमों की संख्या आधी से भी कम हो गई है। 2015 के चुनाव में 25 मुस्लिम विधायक चुने गए थे। 2020 में 19 और 2025 में सिर्फ 11 मुस्लिम ही विधायक बने।