संजय सिंह। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भले ही जनसुराज को एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन उसके उम्मीदवारों ने चुनावी मैदान में डटे रहकर महागठबंधन और एनडीए दोनों को लगभग समान रूप से नुकसान पहुंचाया। दोनों प्रमुख गठबंधनों को समान रूप से नुकसान पहुंचाकर, इस नई शक्ति ने भविष्य के राजनीतिक परिदृश्य में अपनी जगह बनाने का संकेत दिया है।
विश्लेषकों के अनुसार, इस नई पार्टी की मौजूदगी से दोनों गठबंधनों को कुल मिलाकर 15-15 सीटों का घाटा हुआ। सबसे अधिक आरेजडी के 11 उम्मीदवारों की हार हुई है। दूसरे नंबर पर बीजेपी के छः उम्मीदवार चुनाव जीतते जीतते रह गए। जेडीयू के पांच, लोजपा (आर) और माले के तीन तीन प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा। हम और कांग्रेस के भी एक-एक उम्मीदवारों की हार हुई।
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पांच स्थानों पर जेडीयू की हुई हार
मटिहानी सीट से आरेजडी उम्मीदवार की जीत हुई। उनकी जीत 5,290 वोट से हुई। इसी विधानसभा क्षेत्र से जन सुराज के प्रत्याशी को 6774 वोट मिले। बहुचर्चित काराकाट सीट पर माले की जीत हुई माले के उम्मीदवार 2,836 वोट से चुनाव जीत पाए। जबकि जन सुराज के उम्मीदवार को 7503 वोट मिले। जहानाबाद में जेडीयू प्रत्याशी की हार 493 वोट से हुई यहां आरेजडी उम्मीदवार ने जीत दर्ज की। जन सुराज प्रत्याशी के खाते में 5,760 वोट गया। विभूतिपुर और जोकीहाट से क्रमशः भाकपा और एमआईएमआईएम के उम्मीदवार की जीत हुई। जोकीहाट में जन सुराज प्रत्याशी को 35,534 वोट मिले। टिकारी विधानसभा क्षेत्र से हम के उम्मीदवार चुनाव हार गया यहां आरेजडी उम्मीदवार 2,058 वोट से चुनाव जीतने में सफल रहे। इस सीट पर जन सुराज उम्मीदवार को 2,552 वोट मिले।
बीजेपी की 6 सीटों पर हुई हार
जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार की वजह से बीजेपी को भी 6 सीटो का नुकसान उठाना पड़ा। चनपटिया में कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहे। 602 वोट से उनकी जीत हुई। जन सुराज उम्मीदवार को यहां 37,172 वोट मिले। इसी तरह रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से बीएसी उम्मीदवार की जीत मात्र 30 वोट से हुई। इस सीट पर जन सुराज उम्मीदवार को 4,026 वोट मिले। सहरसा में चुनावी बाजी आईआईपी के पक्ष में गई। यहां बीजेपी उम्मीदवार 2,038 वोट से चुनाव हार गए। ढाका और गोह से आरेजडी और फारबिसगंज से कांग्रेस प्रत्याशी की जीत हुई। इन सीटों पर भी जन सुराज प्रत्याशी इनके जीत का कारण बने।
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आरेजडी को 11 सीटों का नुकसान
आरेजडी को जन सुराज प्रत्याशी के कारण 11 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। इन सीटो पर बीजेपी, जेडीयू, लोजपा (आर) और रालोमो की जीत हुई। बख्तियारपुर सीट पर लोजपा (आर) के उम्मीदवार विजयी रहे। यहां हार जीत का अंतर 981 वोटों का रहा। जन सुराज प्रत्याशी को 6,581 वोट आए। सोनपुर सीट पर बीजेपी को 4,767 वोट से जीत मिली। जन सुराज प्रत्याशी के पक्ष में 11,977 मतदाताओं ने वोट डाले। तरियारी सीट पर बीजेपी प्रत्याशी की जीत 1,329 वोट से हुई। यहां जन सुराज प्रत्याशी को 5,080 वोट मिले। संदेश में जेडीयू उम्मीदवार की जीत मात्र 27 वोट से हुई। यहां जन सुराज उम्मीदवार को 6,040 वोट मिले। सिंहेश्वर, नवीनगर, हरसिद्धि, हसनपुर, झाझा, चेरिया बरियारपुर, बाजा पट्टी में एनडीए प्रत्याशी की जीत का कारण जन सुराज बना।
माले और लोजपा (आर) को 3-3 सीटों का नुकसान
लोजपा (आर) के तीन उम्मीदवारों की हार भी काफी कम वोटों से से हुई। बोधगया, मकदूमपुर, फतुहा इन सीटों पर आरेजडी के उम्मीदवार विजयी रहे। बोधगया में तो लोजपा (आर) के उम्मीदवार की हार 81 वोट से हुई। इसी तरह माले को भी तीन सीटों का नुकसान हुआ। दो सीट पर जेडीयू और एक सीट पर बीजेपी उम्मीदवार की जीत हुई। अगिगांव सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार मात्र 95 वोट से चुनाव जीत पाए। जीरादेई और डुमरांव की सीट जेडीयू के खाते में गई।