साउथ सुपरस्टार नागार्जुन की जबरदस्त फैन फॉलोइंग हैं। अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में उन्होंने डिजिटल अरेस्ट के बारे में बात की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पायरेटेड वेबसाइट के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने इन मामलों पर अपनी चिंता जताते हुए अपने एक किस्सा बताया। नागार्जुन ने बताया कि 6 महीने पहले मेरे परिवार के एस सदस्यों को धोखेबाजों ने दो दिनों के लिए डिजिटल अरेस्ट कर लिया था।
शहर के पुलिस आयुक्त वी.सी. सज्जनार और अन्य फिल्मी हस्तियों के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में नागार्जुन ने कहा कि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद अपराधी तुरंत गायब हो गए।
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नागार्जुन के परिवार के साथ हुआ था डिजिटल अरेस्ट
नागार्जुन ने कहा, 'मुझे याद है कि लगभग छह महीने पहले मेरे अपने घर में ठीक इसी तरह की घटना हुई थी। मेरे परिवार के एक सदस्य को दो दिनों के लिए ‘डिजिटल अरेस्ट’ कर लिया गया था। ये (धोखेबाज) गिरोह हमारा पीछा करते हैं और हमारी कमजोरियों का पता लगाने की कोशिश करते हैं।’
इस मामले में पुलिस अधिकारी ने कहा, 'नागार्जुन की तरफ से इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। हालांकि अधिकारी ने कहा कि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद धोखेबाज गायब हो गए होंगे।' सज्जनार पायरेटेड् फिल्में दिखाने वाली विभिन्न वबेसाइट चलाने वाले एम्मादी रवि की गिरफ्तारी पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
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नागार्जुन ने लोगों की दी यह चेतावनी
लोगों को धोखाधड़ी वाली वेबसाइट से सावधान रहने की चेतावनी देते हुए नागार्जुन ने कहा कि तेलंगाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके सराहनीय काम किया है। उन्होंने कहा कि पायरेटेड वेबसाइट पर इस तरह की कार्रवाई से न केवल तेलुगु फिल्म उद्योग, बल्कि अन्य भाषाओं की फिल्मों को भी लाभ होगा।
डिजिटल अरेस्ट साइबर अपराध का एक बढ़ता हुआ रूप है, जिसमें धोखेबाज कानून प्रवर्तन अधिकारी या सरकारी कर्मचारी बनकर ऑडियो या वीडियो कॉल के माध्यम से पीड़ितों को धमकाते हैं और पैसे ऐंठने के इरादे से उन्हें बंधक बना लेते हैं।