सऊदी अरब के मक्का मदीना के पास एक बस और टैंकर के बीच हुई टक्कर में कम से कम 42 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे में मरने वाले सभी भारतीय नागरिक ही थे। यह सभी लोग उमरा (इस्लामी तीर्थ यात्रा) के लिए जब मक्का मदीना जा रहे थे तो रास्ते में ही बस में आग लग गई थी। मरने वालों में ज्यादातर हैदराबाद के ही बताए जा रहे हैं। मृतकों के शवों को भारत में नहीं लाया जाएगा बल्कि सऊदी अरब में ही उनको दफनाया जाएगा।
तेलंगाना सरकार ने इस घटना के बाद यह फैसला लिया है कि सभी मृतकों का उनके धर्म के रीति-रिवाजों के अनुसार सऊदी अरब में ही दफनाया जाएगा। हर मृतक के परिवार से दो लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने सऊदी अरब भेजे जाएंगे। सऊदी कानून के मुताबिक शवों को भारत वापस लाने में मुस्किल होगी लेकिन दैनिक भास्कर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि पीड़ित परिवार को शव भारत लाने या मदीना के जन्नतुल बकी में दफनाने का ऑप्शन दिया जाएगा।
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क्या कहता है कानून?
मृतकों के शवों को भारत लाने में कानूनी पेच हैं। सऊदी सरकार का हज और उमरा मंत्रालय यात्रा शुरू होने से पहले ही तीर्थयात्रियों से एक डिक्लेरेशन फॉर्म साइन करवा लेता है। इस डिक्लेरेशन में यात्री इस बात को स्वीकार करते हैं कि अगर सऊदी अरब की सीमा के अंदर किसी तीर्थ यात्री की मौत होती है तो शव को वहीं (सऊदी) दफनाया जाएगा।
भारत के कानून के हिसाब से तो सभी शवों को भारत लाने का प्रावधान है। भारत सरकार के मुताबिक अगर किसी गैर-तीर्थयात्री भारतीय की सऊदी में मौत होती है तो मृतक के कानूनी उत्तराधिकारियों की इच्छानुसार शव को भारत लाया जा सकता है या सऊदी अरब में दफनाया जा सकता है।
किसने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। पीएम ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'मदीना में भारतीय नागरिकों के साथ हुई दुर्घटना से मुझे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। हमारे अधिकारी सऊदी अरब के अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं।'
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तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी इस हादसे पर दुख जताया है।
उन्होंने लिखा, 'सऊदी अरब में हुए सड़क हादसे में तेलंगाना के कई निवासियों की जान चली गई है। इस हादसे से बहुत दुखी हूं। मैंने राज्य सरकार के अधिकारियों को विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास के साथ बात करके प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए हैं। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि वे पीड़ित परिवारों को शक्ति दें।'