दिल्ली में लाल किले के पास हुए ब्लास्ट के बाद अब जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक ब्लास्ट हुआ है। यह ब्लास्ट शुक्रवार (14 नवंबर) को नौगाम पुलिस थाने में जब्त किए गए विस्फोटकों के एक ढेर में हुआ और इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई और 24 लोग घायल हो गए। यह ब्लास्ट दिल्ली से करीब 800 किलोमीटर दूर है लेकिन इसने पिछले हफ्ते दिल्ली में हुए ब्लास्ट की यादें ताजा कर दी हैं।
यह घटना तब हुई जब पुलिस हाल ही में सामने आए व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल में बड़ी मात्रा में जब्त विस्फोटकों से जांच के लिए सैंपल निकाल रहे थे। यह विस्फोटक दिल्ली ब्लास्ट केस में आरोपी डॉ. मुजम्मिल शकील के ठिकाने से हरियाणा के फरीदाबाद से जब्त किया गया था। शकील से जुड़े घरों पर छापेमारी के दौरान जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस की टीम ने करीब 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया।
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ब्लास्ट में 6 की मौत
इस ब्लास्ट में मारे गए 9 लोगों की लाश अब तक मिल चुकी है और घायलों की पहचान करने की कोशिश की जा रही हैं। पीटीआई की रिपोर्ट में बताया गया है कि घायलों में ज्यादातर पुलिस कर्मचारी शामिल हैं। लाशों को श्रीनगर के पुलिस कंट्रोल रूम में शिफ्ट कर दिया गया है। करीब 24 पुलिस कर्मचारी और 3 आम नागरिकों को इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती करवा दिया गया है। घायलों में पांच की स्थिति बहुत नाजुक बताई जा रही है। अधिकारियों को आशंका है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
देर रात हुआ विस्फोट
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, यह ब्लास्ट शुक्रवार रात करीब 11:20 बजे हुआ। यह ब्लास्ट उस समय हुआ जब पुलिस, तहसीलदार और अन्य जांच दल जब्त किए गए विस्फोटक से सैंपल ले रहे थे। पुलिस स्टेशन में हुए इस विस्फोट के कारण पुलिस स्टेशन को भी भारी नुकसान हुआ है और जोरदार आवाज के कारण आसपास के इलाके में लोग डर गए थे। सुरक्षाबलों ने इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इस घटना की एक कथित वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। एक वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस स्टेशन के बाहर कुछ गाड़ियां खड़ी हैं और अचानक से अंदर ब्लास्ट हुआ। इस ब्लास्ट में पुलिस स्टेशन की खिड़कियां तक टूट गईं। इसके अलावा आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी सामने आ रही हैं। इस ब्लास्ट की कुछ कथित वीडियो में देखा जा सकते है कि पुलिस स्टेशन में आग लगी हुई है और बाहर खड़ी गाड़ियां भी आग की चपेट में आ गई।
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आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश
नौगाम पुलिस थाने ने ही इलाके के अलग-अलग जगहों पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाने के मामले का पर्दाफाश किया था। इन पोस्टरों ने उस आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था, जिसमें कट्टरपंथी पेशेवर शामिल थे। इस पर्दाफाश के बाद भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी और कई डॉक्टरों की गिरफ्तारी हुई थी। अक्टूबर में गिरफ्तार डॉक्टरों में से एक अदील अहमद को कश्मीर में सुरक्षाबलों और बाहरी लोगों पर बड़े हमलों की चेतावनी देने वाले पोस्टर लगाते हुए देखा गया था। 27 अक्टूबर को उसकी गिरफ्तारी से एक खतरनाक नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ, जिसे बाद में दिल्ली विस्फोट के पीछे पाया गया।