लाल किला बम धमाके के बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच ने फरीदाबाद की अल-फलाह विश्वविद्यालय के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। उसके खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। दिल्ली पुलिस की टीम ने विश्वविद्यालय को नोटिस जारी किया है। इसमें कुछ दस्तावेजों की मांग की गई है। इसके अलावा ओखला स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय के ऑफिस भी क्राइम ब्रांच की एक टीम पहुंची।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) और राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की आपत्ति के बाद यह एक्शन लिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक यूजीसी और एनएएसी को कामकाज की समीक्षा के दौरान बड़ी अनियमितताओं की जानकारी मिली। इसके बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच ने धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में मामला दर्ज किया है।
अल-फलाह से जुड़े धमाके के तार
लाल किला बम धमाके के तार अल-फलाह विश्वविद्यालय से जुड़ रहे हैं। फरीदाबाद में मिले 2900 किलो से अधिक विस्फोटक मॉड्यूल का भी संबंध यही से है। विश्वविद्यालय के कई डॉक्टर सीधे तौर पर आतंकी संगठनों से मिले हैं। लाल किला बम धमाके में खुद को उड़ाने वाला डॉक्टर उमर उन नबी भी इसी यूनिवर्सिटी में कार्यरत था। दिल्ली और हरियाणा पुलिस की टीमें लगातार यूनिवर्सिटी का दौरा कर रही हैं। संदिग्धों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
दिनाजपुर से एक छात्र गिरफ्तार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शक्रवार को पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले में दबिश दी। यहां से एक एमबीबीएस छात्र को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान लुधियाना निवासी जनीसुर आलम उर्फ निसार आलम के तौर पर हुई है। हालांकि उसका पैतृक गांव उत्तर दिनाजपुर का कोनल है। अधिकारियों के मुताबिक आरोपी अल-फलाह विश्वविद्यालय में एमबीबीएस छात्र है। शुक्रवार की सुबह ही एनआईए की टीम ने सुरजापुर बाजार से उसे दबोचा है। एनआईए के अधिकारियों ने उस पर कथित तौर पर आतंकियों से जुड़े होने का संदेश जताया है। आरोपी से आगे की पूछताछ सिलीगुड़ी में की जाएगी।