पाकिस्तान ने शुक्रवार (7 नवंबर) को गुजरात के पोरबंदर में अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (IMBL) पर नर नारायण नाम के एक मछली पकड़ने वाली नाव को जब्त कर लिया। यह कार्रवाई पाकिस्तान की समुद्री सुरक्षा एजेंसी (PMSA) ने की। इस कार्रवाई में पाकिस्तान ने 8 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया। इन 8 मछुआरों में से 7 गुजरात के और 1 महाराष्ट्र के हैं। पाकिस्तान की समुद्री सुरक्षा एजेंसी (PMSA) ने कहा कि मछुआरे उनके जलक्षेत्र के पास 'मछली पकड़ने पर प्रतिबंध' वाले क्षेत्र में घुस आए थे।
इस घटना के बीच केंद्र सरकार ने भारत के विशाल समुद्री संसाधनों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने के लिए देश के विशेष आर्थिक क्षेत्र में गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए नए नियम जारी किए हैं। इन नियमों का मकसद भारतीय मछुआरों, सहकारी समितियों और छोटे मछुआरों को सशक्त बनाना है और विदेशी जहाजों को भारतीय जल में मछली पकड़ने से रोकना है।
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सरकार ने क्या नियम जारी किए?
यह नियम चार नवंबर को सरकार ने अधिसूचित किए थे। यह नियम बजट 2025-26 की घोषणा के मुताबिक ही हैं और इनसे भारत के समुद्री मत्स्य पालन क्षेत्र में नए मौके खुलने की उम्मीद है। नए नियमों में तकनीकी रूप से उन्नत जहाजों के जरिए गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए मछुआरा सहकारी समितियों और मछली किसान उत्पादक संगठनों को प्राथमिकता दी गई है।
आवेदन प्रक्रिया सरल और समयबद्ध है, जिससे नाव मालिक आसानी से आवेदन कर सकते हैं और स्थिति ऑनलाइन देख सकते हैं। देश में लगभग 2.38 लाख मछली पकड़ने वाली नावें पोर्टल पर पंजीकृत हैं। यह पोर्टल समुद्री उत्पाद निर्यात प्राधिकरण और निर्यात निरीक्षण परिषद से जुड़ा है, जिससे मछली पकड़ने और स्वास्थ्य प्रमाणपत्र आसानी से मिलेंगे।
सरकार मछुआरों को प्रशिक्षण, अंतरराष्ट्रीय अनुभव, मूल्य संवर्धन, विपणन और निर्यात में मदद देगी। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गहरे समुद्र में मछली पकड़ने वाले जहाजों में ट्रांसपोंडर और क्यूआर कोडेड आधार/मछुआरा पहचान पत्र अनिवार्य होगा।
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पाकिस्तान ने लगाए आरोप
दरअसल, रिपोर्ट के मुताबिक, नर नारायण नाव ओखा बंदरगाह से आई थी और मछुआरे नियमित मछली पकड़ने के काम में समुद्र में गए थे, तभी पाकिस्तानी बलों ने उन्हें पकड़ लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय मछुआरे 'मछली पकड़ने पर प्रतिबंध वाले क्षेत्र' में घुस गए थे। ऐसी भी खबरें हैं कि पाकिस्तानी एजेंसी ने नाव पर गोलीबारी की।
पीड़ित परिवारों ने सरकार ने अपील की
उन्होंने नाव को जब्त कर लिया और उसे पाकिस्तान की ओर ले गए। नाव पर सवार मछुआरों के परिवारों ने सरकार से हस्तक्षेप करने और उन्हें देश वापस लाने का अनुरोध किया है। वेलजी मसानी ने कहा है कि पाकिस्तानी तटरक्षक बल ने हमारी नाव पर गोलीबारी की, जिसमें हमारा एक मछुआरा घायल हो गया। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि वह हमारे मछुआरों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने और हमारे तटीय समुदायों की रक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई करे।
बता दें कि पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने अबतक पाकिस्तानी जल क्षेत्र में प्रवेश करने के आरोप में 125 गुजराती मछुआरों को मार्च 2025 तक के लिए हिरासत में ले लिया है। 15 अगस्त को, पाकिस्तानी मछुआरों को गुजरात के कोरी क्रीक क्षेत्र में एक इंजन-युक्त देशी नाव के साथ गिरफ्तार किया गया था। उन्हें जामनगर के स्थानीय पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया है।