• NEW DELHI
11 Nov 2025, (अपडेटेड 11 Nov 2025, 9:28 AM IST)
लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास सोमवार शाम हुए धमाके में 9 लोगों की मौत हो गई है। इसे आत्मघाती हमला माना जा रहा है।
धमाके को आत्मघाती हमला माना जा रहा है। (Photo Credit: PTI)
दिल्ली के लाल किला के पास सोमवार को एक कार में जोरदार धमाका हुआ। धमाका इतना जोरदार था कि लगभग ढाई किलोमीटर दूर आईटीओ तक सुनाई दी। इस धमाके में अब तक 9 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो गई है। इस धमाके को आत्मघाती हमला माना जा रहा है, क्योंकि पुलिस का कहना है कि धमाके के वक्त कार में तीन लोग सवार थे। इस मामले में पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
बताया जा रहा है कि जिस ह्युंडई i20 कार में ब्लास्ट हुआ था, उसे उमर मोहम्मद नाम का शख्स चला रहा था। एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें उमर मोहम्मद कार में बैठा दिखाई दे रहा है। अब एक तस्वीर भी सामने आई है, जिसे कथित तौर पर उमर मोहम्मद बताया जा रहा है।
एनडीटीवी ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि उसके पास से संदिग्ध सुसाइड बॉम्बर उमर मोहम्मद की तस्वीर है। कथित तौर पर उमर मोहम्मद ही इस कार को चला रहा था।
इस ब्लास्ट में उमर मोहम्मद का नाम निकलकर सामने आया है, जो i20 चला रहा था। इसे सुसाइड बॉम्बर माना जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने अब तक आतंकी या आत्मघाती हमले की पुष्टि नहीं की है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा से जिन डॉ. अहमद राठेर और डॉ. मुजम्मिल शकील को गिरफ्तार किया गया था, उमर मोहम्मद इनका ही करीबी माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि अपने साथियों की गिरफ्तारी से घबराकर ही उमर मोहम्मद फरीदाबाद से भाग गया था और इस कारण उसने लाल किला के पास धमाका किया।
संदिग्ध हमलावर डॉ. उमर मोहम्मद। (Photo Credit: NDTV)
ऐसा बताया जा रहा है कि उमर मोहम्मद ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर हमले की साजिश रची थी। उसने कार में डेटोनेटर लगा दिया था।
इस धमाके की हर एंगल से जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में UAPA और एक्सप्लोसिव ऐक्ट के तहत FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि इस मामले में अब तक 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
दिल्ली पुलिस ने देर शाम कार मालिक मोहम्मद सलमान को हिरासत में लिया और उससे गाड़ी के बारे में पूछताछ की। उन्होंने बताया कि उसने डेढ़ साल पहले ओखला में देवेंद्र नामक एक व्यक्ति को यह गाड़ी बेच दी थी। बाद में गाड़ी को अंबाला में किसी को बेच दिया गया और फिर इसे पुलवामा में तारिक नामक व्यक्ति को बेच दिया गया। पुलिस उन लोगों का पता लगा रही है।
चश्मदीदों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि कई मिनट तक उन्हें कुछ भी साफ सुनाई नहीं दे रहा था। उन्होंने बताया कि तेज धमाके की आवाज आईटीओ तक, लगभग दो किलोमीटर तक, एक बड़े इलाके में सुनाई दी। इससे कई मीटर दूर खड़ी गाड़ियों के शीशे और लाल किला मेट्रो स्टेशन के शीशे टूट गए।