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'सड़क पर फेफड़े, कटा हुआ हाथ', लाल किला धमाके पर चश्मदीदों ने क्या बताया?

लाल किला के पास हुए धमाके को लेकर चश्मदीदों ने बताया कि उन्होंने क्या देखा। लोगों को सड़कों को ऐसा मंजर दिखा जो कि बयान कर पाना मुश्किल है।

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दिल्ली में लाल किला के पास मेट्रो स्टेशन गेट नंबर एक पर सोमवार को भयंकर विस्फोट हो गया। इसमें अब तक 8 लोगों के मरने की खबर है और कई लोग घायल हैं। धमाका कार में हुआ था। उसके बाद आसपास खड़ी तीन चार कारों में भी आग लग गई।

 

एक चश्मदीद ने बताया कि धमाका इतनी तेज था कि वह तीन बार उठे और तीन बार गिरे। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी जिंदगी में इससे तेज धमाका नहीं सुना था। लग रहा था कि धरती फटने वाली है। उन्होंने बताया कि लोग बेतहाशा भाग रहे थे और ऐसा लग रहा था कि हम मरने वाले हैं।

सड़क पर पड़ा था फेफड़ा

एक अन्य शख्स ने बताया कि उन्होंने सड़क पर फेफड़े पड़े हुए देखे इसके बाद फिर उन्होंने एसएचओ को इसकी सूचना दी। इसके बाद उन्हें सड़क पर एक कटा हुआ हाथ पड़ा दिखा। एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि आवाज इतनी तेज थी कि घर की खिड़कियां हिल गईं और आग की लपटें दूर से ही दिखनी शुरू हो गईं।

 

15 लोग अस्पताल में भर्ती

एएनआई के मुताबिक, लोक नायक जय प्रकाश नारायण (LNJP) अस्पताल के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट ने बताया कि हादसे के बाद पंद्रह लोगों को लोक नायक अस्पताल लाया गया था। इनमें से आठ लोगों की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। वहीं, तीन गंभीर रूप से घायल हैं। एक की हालत स्थिर है।

 

प्रशासन अलर्ट पर

विस्फोट की सूचना मिलने पर दिल्ली अग्निशमन विभाग ने पांच गाड़ियों को मौके भेजा है। दमकल विभाग ने कहा है कि उन्हें कार में धमाके की कॉल मिली है थी। हालांकि, अभी तक धमाके की वजहों का पता नहीं चल सका है। विस्फोट के बाद दिल्ली में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।

 

बता दें कि दिल्ली में यह धमाका ऐसे समय हुआ है जब आज ही राजधानी से सटे फरीदाबाद में 2900 किलो अमोनियम नाइट्रेट मिला है। लाल किला इलाका काफी संवेदनशील माना जाता है। यह पूरा इलाका सुरक्षा की दृष्टी से भी काफी अहम है।

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