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दिल्ली-NCR में ठंड-प्रदूषण का 'डबल अटैक', कई राज्यों में शीतलहर का अलर्ट

पहाड़ों में बर्फबारी होने की वजह से एक बार फिर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में ठंड का असर तेजी से बढ़ रहा है। मध्यप्रदेश में नवंबर के महीने में ही ठंड का पिछले 25 साल का रिकार्ड टूट गया है।

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प्रतीकात्मक तस्वीर: Photo Credit: AI

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उत्तर भारत में सर्दी ने नवंबर की शुरुआत से ही दस्तक दे दी है। हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में हुई बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में साफ दिखने लगा है। दिल्ली-NCR समेत हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में ठंड लगातार बढ़ रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कई राज्यों में शीतलहर की चेतावनी जारी की है, वहीं दिल्ली में तेज ठंडी हवाओं और प्रदूषण की वजह से हालात और बिगड़ गए हैं।

 

मध्य प्रदेश में तो 25 साल का ठंड का रिकॉर्ड टूट गया है। IMD के अनुसार, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सामान्य से एक हफ्ता पहले सक्रिय हुआ है, जिससे पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानों में सर्द हवाओं का असर बढ़ा है। 13 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है। उधर, दिल्ली में AQI 400 के पार पहुंचकर ‘गंभीर श्रेणी’ में चला गया है।

 

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दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत में बढ़ेगी सर्दी

IMD के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली-NCR, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में ठंड का असर तेजी से बढ़ सकता है। कई राज्यों में न्यूनतम तापमान लगातार गिर रहा है, जिससे शीतलहर की शुरुआत होने के आसार हैं।

 

वहीं, दक्षिण भारत के तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि, दिल्ली-NCR में 17 नवंबर तक बारिश की कोई उम्मीद नहीं है।

दिल्ली में ठंडी हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन

IMD की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है। करीब 19 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाएं राजधानी की ठंड को और तेज कर रही हैं। मौसम विभाग का कहना है कि 17 नवंबर तक हल्की धूप, सुबह-शाम कोहरा और बढ़ती ठंड का यही सिलसिला जारी रहेगा।

 

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अभी यह ठंड की शुरुआत भर है। स्काईमेट वेदर सर्विस के मुताबिक, आने वाले दिनों में शीतलहर जैसी स्थिति बन सकती है, जबकि असली सर्दी दिसंबर के आसपास महसूस होगी। इस समय तापमान धीरे-धीरे गिर रहा है, जिससे अगले हफ्तों में ठंड और तेज हो सकती है।

 

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धुंध और कोहरे से विजिबिलिटी में परेशानी

दिल्ली-NCR में दिन के समय घना कोहरा तो नहीं लेकिन हल्की धुंध छाई रहती है। सुबह के वक्त कोहरा ज्यादा होने की वजह से विजिबिलिटी कम हो जाती है, जिससे गाड़ियों को चलाने में दिक्कत होती है। IMD और स्काईमेट दोनों ने आने वाले दिनों में भी दिल्ली के इसी मौसम के बने रहने की संभावना जताई है।

राजधानी और आसपास के शहरों का AQI स्तर

दिल्ली – 419 (गंभीर श्रेणी)

नोएडा – 281 (खराब)

गाजियाबाद – 331 (बहुत खराब)

गुड़गांव – 276 (खराब)

ग्रेटर नोएडा – 333 (बहुत खराब)

इन राज्यों में चलेगी शीतलहर

मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण चीन सागर से उठे तूफान ने अब ताइवान की ओर रुख कर लिया है, जिससे भारत को कोई खतरा नहीं है। हालांकि, उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत में ठंडी हवाएं लगातार चलती रहेंगी, जिससे तापमान और नीचे जा सकता है।

 

हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों में शीतलहर चलने के आसार हैं। देश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा, जबकि तमिलनाडु और केरल के दक्षिणी जिलों में बारिश जारी रह सकती है।

हिमालयी बर्फबारी का असर मध्य प्रदेश तक

हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में जारी भारी बर्फबारी का असर अब मध्य प्रदेश तक पहुंच गया है। यहां ठंड में अचानक बढ़ोतरी देखी जा रही है। पिछले दो दिनों से अनूपपुर और बालाघाट में दिन का तापमान बहुत नीचे चला गया है और गुरुवार के लिए भी अलर्ट जारी है।

 

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सामान्य से एक हफ्ता पहले सक्रिय हुआ है, जिसके चलते उत्तर भारत में बर्फबारी शुरू हुई और अब ठंडी हवाएं दक्षिण की ओर बढ़ रही हैं।

मध्य प्रदेश के 13 जिलों में शीतलहर का अलर्ट

मौसम विभाग ने जिन जिलों के लिए चेतावनी दी है, जिनमें, भोपाल, इंदौर, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, मैहर, उमरिया और सिवनी का नाम शामिल है।

मध्यप्रदेश के कुछ प्रमुख शहरों का हाल

भोपाल 8.4°, इंदौर 8.2°, ग्वालियर 10.6°, उज्जैन 11.3°, जबलपुर 10.6°, उमरिया 8.6°, नौगांव 8.7°, रीवा 9°, छिंदवाड़ा 9.8°।

मध्यप्रदेश राज्य के प्रमुख शहरों का रिकॉर्ड

  • भोपाल – नवंबर में रात का औसत तापमान 9 से 12 डिग्री रहता है। सबसे ठंडी रात 30 नवंबर 1941 की थी, जब तापमान 6.1 डिग्री था।
  • इंदौर – नवंबर में न्यूनतम तापमान 10–12 डिग्री रहता है। 25 नवंबर 1938 को 5.6 डिग्री तक गिर गया था।
  • ग्वालियर – 1970 में तापमान 3 डिग्री तक पहुंचा था। 1927 में 3 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज हुई थी।
  • जबलपुर – 1989 में तापमान 3.9 डिग्री तक गिर गया था। 1946 में 6 इंच से अधिक बारिश हुई थी।
  • उज्जैन – 30 नवंबर 1974 को तापमान 2.8 डिग्री रहा था। बीते दशक में यहां रात का तापमान 10–11 डिग्री और दिन का 33–35 डिग्री के बीच रहा।

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