एशेज 2025-26 का आगाज आज (21 नवंबर) से होने जा रहा है।ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेली जानी वाली इस प्रतिष्ठित सीरीज का पहला मुकाबला पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला जाएगा। भारतीय समयानुसार इस मैच की शुरुआत सुबह 7:50बजे होगी। कंगारू टीम की कमान स्टीवस्मिथ के हाथों में है। पैटकमिंस के चोटिल होने के चलते स्मिथ कप्तान की भूमिका निभा रहे हैं। दूसरी तरफ इंग्लैंड की अगुवाईबेनस्टोक्स कर रहे हैं।स्टोक्स के कप्तान बनने के बाद इंग्लिश टीम की ऑस्ट्रेलिया में यह पहली टेस्टसीरीज है।
ऑस्ट्रेलिया में जीत के लिए तरसा इंग्लैंड
ऑस्ट्रेलियाईसरजमीं पर 34 साल के स्टोक्स की यह आखिरी एशेजसीरीज हो सकती है। वह अपनी टीम को एशेज में जीत दिलाने के लिए बेताब होंगे। पिछले 8 सालों से इंग्लैंडएशेज ट्रॉफी से दूर है। ऑस्ट्रेलिया ने 2017/18 के एशेज में इंग्लैंड को 4-0 से हराने के बाद ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखा है। उसने 2023 में इंग्लिश सरजमीं पर खेले गए पिछली सीरीज को 2-2 से ड्रॉ कराने के बाद एशेज ट्रॉफी को रिटेन किया था।
हालिया वर्षों में एशेज में ऑस्ट्रेलिया के दबदबे को खत्म करना इंग्लैंड के लिए आसान नहीं होने वाला है। इंग्लिश टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया में जाकर एशेज जीतना हमेशा से मुश्किल रहा है। उसने कंगारू टीम को उसके घर में आखिरी बार 15 साल पहले हराया था। इसके बाद से वह ऑस्ट्रेलिया में एशेज जीतना तो दूर एक टेस्ट मैच भी अपने नाम नहीं कर पाई है। इस दौरान इंग्लैंड ने 13 टेस्ट मैच हारे हैं और सिर्फ 2 ड्रॉ कराए हैं।
ट्रॉफी फोटोशूट के बाद हैंडशेक करते बेन स्टोक्स और स्टीव स्मिथ, Photo Credit: ICC/X
2005 के बाद एशेज में इंग्लैंड का प्रदर्शन
साल 2005 के एशेज में इंग्लैंड की टीम ने अपने घर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 से यादगार जीत हासिल की थी। यह इंग्लिश टीम की 18 साल बाद एशेजसीरीज जीत थी। इसके बाद उसे अगली सीरीज में 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। इस शर्मनाक हार के बाद अंग्रेजों ने जबरदस्त वापसी की और लगातार 3 एशेज में बाजी मारी, जिसमें ऑस्ट्रेलिया में 2010-11 में मिली 3-1 की जीत भी शामिल है।
इंग्लैंड ने एशेज ट्रॉफी पर आखिरी बार 2015 में कब्जा जमाया था। इसके बाद से वह दो बार 0-4 से हार चुकी है और दो बार उसने 2-2 से ड्रॉ करवाए हैं। पिछली 10 एशेजसीरीज के नतीजों को देखें तो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड 4-4 की बराबरी पर हैं लेकिन जो दो सीरीजड्रॉ हुई हैं, उसमें ट्रॉफी कंगारू टीम के पास ही रही है। इस तरह से ऑस्ट्रेलिया को 6-4 से आगे माना जा सकता है। ओवरऑल रिकॉर्ड भी में ऑस्ट्रेलिया 34-32 से आगे है।