संजय सिंह, पटना: सुशासन की छवि बरकरार रखने के लिए अब अपराधियों के साथ-साथ दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू हो गई है। बेगूसराय के एक कुख्यात अपराधी को एसटीएफ और पुलिस के जवानों ने मुठभेड़ में घायल करने के बाद गिरफ्तार कर लिया। इधर, मोतिहारी में अपराधी के घर से बरामद नकदी में से तीन लाख रुपये की चोरी के मामले में चार सिपाहियों को जेल भेज दिया गया।
चुनाव समाप्त होने के बाद लूट और छिनैती की घटनाएं अचानक बढ़ गई हैं। इसी बीच मोतिहारी में एक वीआईपी नेता की हत्या भी हो गई। गृह विभाग का पद उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को मिलने पर विपक्ष पहले से ही तीखी टिप्पणियां कर रहा है। नये गृह मंत्री विपक्ष की इन टिप्पणियों को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं और उन्होंने पुलिसकर्मियों को अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है।
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एनकाउंटर में शिवदत्त जख्मी
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी द्वारा गृह मंत्री का पद संभालने के बाद बिहार पुलिस का पहला एनकाउंटर बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के शालिग्रामी गांव के पास हुआ। पटना एसटीएफ को सूचना मिली थी कि बेगूसराय जिले का कुख्यात अपराधी शिवदत्त अपने आधा दर्जन साथियों के साथ कोई बड़ी वारदात करने की फिराक में है।
एसटीएफ के साथ बेगूसराय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को देखते ही शिवदत्त और उसके साथियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोली चलाई। पुलिस की गोली से शिवदत्त गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस की टीम ने तुरंत उसे हिरासत में ले लिया। उसके अन्य साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। तलाशी के दौरान पुलिस ने वहां से हथियारों का जखीरा बरामद किया। इस कार्रवाई से अपराधियों में दहशत पैदा हो गई है।
लालच में फंसे चार सिपाही, गए जेल
अपराधियों के साथ-साथ अब भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर भी सख्त कार्रवाई शुरू हो गई है। तीन लाख रुपये नकद चोरी के आरोप में मोतिहारी में चार पुलिसकर्मियों को जेल भेजा गया है। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के व्यवसायी मोहन गुप्ता से 19 लाख रुपये की ठगी की गई थी। मोहन गुप्ता ने इसकी शिकायत पुलिस से की। शिकायत पर मोतिहारी पुलिस ने मुजफ्फरपुर जिले के माधोपुर निवासी चंदन सिंह के घर छापेमारी की। वहां से पुलिस ने 15 लाख रुपये नकद और कुछ अन्य सामान बरामद किया, लेकिन चंदन पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस ने चंदन की भाभी नेहा को 15 लाख रुपये नकद के साथ गिरफ्तार कर लिया।
पुलिसकर्मी नेहा को वाहन में बैठाकर मोतिहारी थाने ला रहे थे। थाने पहुंचकर जब थानाध्यक्ष ने नकदी गिनी तो केवल 12 लाख रुपये ही मिले। आरोपी नेहा इस बात पर अड़ी रही कि उसने 15 लाख रुपये ही सौंपे थे। थानाध्यक्ष को शक हुआ और उन्होंने छापेमारी दल में शामिल सिपाही संतोष कुमार, गौतम यादव, कृष्ण कुमार और ओमप्रकाश से सख्ती से पूछताछ की। जांच में पुष्टि हो गई कि तीन लाख रुपये इन्हीं चार सिपाहियों ने चुरा लिये थे। थानाध्यक्ष ने तुरंत इसकी जानकारी एसपी को दी। एसपी ने चारों सिपाहियों को निलंबित कर दिया और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया।
खगड़िया में बंदे भारत पर पथराव
खगड़िया-कटिहार रेल खंड पर बंदे भारत ट्रेन पर पथराव से यात्री दहशत में हैं। इस रेल खंड पर पहले भी कई बार पथराव की घटनाएं हो चुकी हैं। रविवार को पटना से न्यू जलपाईगुड़ी जा रही बंदे भारत ट्रेन पर मानसी और महेशखुंट स्टेशन के बीच पथराव हुआ। यात्रियों ने बताया कि ट्रेन जैसे ही खगड़िया स्टेशन से रवाना हुई, असामाजिक तत्वों ने महेशखुंट और मानसी के बीच पत्थरबाजी शुरू कर दी।
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चालक और अन्य रेलकर्मियों ने सूझबूझ दिखाकर बड़े हादसे को टाल दिया। पथराव से ट्रेन में सवार यात्री घबरा गए। रेलकर्मियों ने तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दी। कंट्रोल रूम ने जीआरपी को मामले से अवगत कराया। ट्रेन जब नवगछिया पहुंची तो जीआरपी अधिकारियों ने यात्रियों से पूरी जानकारी ली और अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।