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राबड़ी देवी और तेज प्रताप को क्यों खाली करना पड़ेगा बंगला? भेजा गया नोटिस

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके बेटे तेज प्रताप यादव को सरकारी बंगले खाली करने का निर्देश दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री को 39 हार्डिंग रोड पर मंत्रियों के लिए आरक्षित बंगला आवंटित किया गया है।

Rabri Devi

राबड़ी देवी, Photo Credit- Social Media

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बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड का बंगला और उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव  को 26, एम स्ट्रैंड रोड का घर खाली करने के लिए कहा गया है। बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट (BCD) की तरफ से राबड़ी देवी को 39 हार्डिंग रोड पर एक नया बंगला मिला है जो करीबन तीन एकड़ में फैला हुआ है जो आम तौर पर मंत्रियों के लिए रिजर्व रहता है। पूर्व मुख्यमंत्री और तेज प्रताप को यह नोटिस 25 नवंबर को जारी हुआ। 

 

यह निर्देश BCD के जॉइंट सेक्रेटरी और एस्टेट ऑफिसर शिव रंजन की ओर से जारी किया गया है। यह घर राबड़ी देवी को बिहार विधान परिषद में विपक्ष की नेता के तौर पर दिया गया था। 10 सर्कुलर रोड पर वह लगभग दो दशक से रह रही थी। यह घर उनको नवंबर 2005 से मिला जब उन्होंने सीएम के पद से इस्तीफा दिया था और 1 अणे मार्ग का ऑफिशियल सीएम बंगला नीतीश कुमार को सौंप दिया था।

 

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RJD की प्रतिक्रिया

यह प्रॉपर्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के लिए हब के तौर पर काम करती थी। यहां पार्टी की अहम मीटिंग और चर्चाएं होती थी। यहां उनके पति, RJD प्रेसिडेंट और पूर्व सीएम लालू प्रसाद भी साथ रहते थे। पार्टी की ओर से इस मामले में मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई है। पार्टी के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि शिफ्टिंग के लिए अभी तक कोई आधिकारिक  निर्देश नहीं मिला है। उन्होंने कहा, 'ऑफिशियल नोटिफिकेशन मिलने के बाद हम कुछ कहेंगे।' वहीं पार्टी के नेता एजाज अहमद ने कहा कि सरकार विपक्ष के खिलाफ बदले की कार्रवाई कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार की सरकार बीजेपी के दबाव में इस तरह के फैसले ले रही है। 

पटना हाई कोर्ट का फैसला

पूर्व मुख्यमंत्री को अलॉट किया गया घर पटना हाई कोर्ट के 2019 के फैसले की याद दिलाता है। कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को हमेशा के लिए मिलने वाले घर को पब्लिक फंड का गलत इस्तेमाल मानते हुए रद्द कर दिया था। कोर्ट ने यह निर्णय स्वतः संज्ञान (Suo-Moto) पर कार्रवाई करते हुए राज्य सरकार और प्रभावित पूर्व सीएम, जिनमें सतीश प्रसाद सिंह, जगन्नाथ मिश्रा, जीतन राम मांझी और राबड़ी देवी शामिल हैं, को नोटिस जारी कर घर खाली करने का ऑर्डर दिया था। 

 

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इससे पहले नीतीश कुमार के पास भी पूर्व सीएम के तौर पर जो एक बंगला था, उसे चीफ सेक्रेटरी को वापस दे दिया गया था। 2019 के फैसले की वजह से कई पुराने CM को अपने घर छोड़ने पड़े। बाद में राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड वाले घर को विपक्ष की नेता के तौर पर उनकी भूमिका के तहत फिर से बनाया गया, जिससे वह अब तक इसे अपने पास रख पाईं।


BCD मिनिस्टर विजय कुमार चौधरी ने अलॉटमेंट की पुष्टि करते हुए कहा कि नए बंगले में काफी जगह है और यह बड़े अधिकारियों के लिए है। इस मुद्दे पर बीजेपी ने भी अपना पक्ष रखा। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि राबड़ी देवी को नया घर आवंटित किया गया है और उन्हें नियम के अनुसार 10 सर्कुलर रोड का घर खाली कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की इस पूरे मामले पर नजर रहेगी और उम्मीद है कि लालू परिवार सरकारी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाएगा। 

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