संजय सिंह। उत्तर प्रदेश के दो ठग भाइयों ने भागलपुर के जेडीयू सांसद अजय मंडल को केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल कराने के नाम पर लाखों रूपये ठगने की कोशिश की। पुलिस के बिछाए गए जाल में दोनों ठग फंस गए। चुनाव के दौरान ठगों द्वारा लगातार मंत्रिमंडल में जगह दिलवाने के नाम पर लाखों रूपये की मांग की जा रही थी। पुलिस का मानना है कि गिरफ्तार युवकों के तार देश स्तर पर सक्रिय बड़े ठग गिरोहों से है।
पुलिस दोनों ठगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ के बाद एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हो सकता है।
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सांसद को लगातार आ रहा था फोन
ठगों द्वारा सांसद को लगातार 7285862388 नंबर से फोन किया जा रहा था। ठगों ने सांसद से कहा कि वे केंद्रीय गृह मंत्री के निजी सचिव हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल का जल्द ही विस्तार होने वाला है। दो बार के सांसद रहने के कारण उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है, लेकिन इसके लिए पार्टी फंड में चंदा के रूप में मोटी रकम देनी होगी। चंदे के रूप में लाखों रुपये की मांग की जा रही थी। सांसद को दोनों युवकों की बात पर संदेह हुआ अपनी संतुष्टि के लिए उन्होंने गृह मंत्रालय के अधिकारियों से बात की।
मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि मंत्रिमंडल का विस्तार की बात पूरी तरह वेबुनियाद है। सांसद को बात समझ में आ गई कि किसी जालसाज द्वारा उन्हें ठगने का प्रयास किया जा रहा है। सांसद ने तुरंत मामले की जानकारी नौगछिया के एसपी को दी। एसपी ने रंगरा के थानेदार विश्वबंधु को मामले का जांच पड़ताल करने का आदेश दिया।
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ठगों को लालच देकर पकड़ा गया
सांसद ने पुलिस के कहे अनुसार ठगों को पैसे के लिए नौगछिया के एक पेट्रोल पंप पर बुलाया। पैसे की लालच में दोनों ठग उत्तर प्रदेश से वहां पहुंच भी गए। पुलिस ने वहां जाल बिछाकर रखा था। दोनों युवक पुलिस के बिछाए गए जाल में फंस गए। आरोपित युवक राजकुमार पांडे और रवि पांडे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों सगे भाई हैं। ये दोनों मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर जिले के अहिरौली गांव के निवासी है। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि इन दोनों ठगों का नेटवर्क पुरे देश में फैला है। इस गिरोह के कई सदस्य दूसरे राज्यों में भी फैले हुए हैं। पुलिस आरोपितों के मोबाइल फोन, कॉल डिटेल, बैंक के लेनदेन और संपर्कों को खंगाल रही है।