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'पिता की जान न बचाएं बेटियां,' रोहिणी आचार्य ने तेजस्वी के लिए ऐसा क्यों कहा?

रोहिणी आचार्य ने परिवार और पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि शनिवार को लालू आवास पर उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट की गई है। क्या है हंगामा, पढ़ें रिपोर्ट।

Rohini Acharya with Lalu Yadav

लालू यादव के साथ रोहिणी आचार्य। (File Photo Credit: Rohini Acharya, X)

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राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की बेटी रोहिणी आचार्य ने दावा किया है कि उनके साथ उनके मायके में ही मारपीट और गाली-गलौज हुई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि माता-पिता के सामने उन्हें गंदी गालियां दी गईं, अपशब्द कहे गए। उन्होंने कहा कि उन्हें मारने के लिए चप्पल तक उठाया गया। उन्होंने यह भी कहा है कि किसी परिवार में रोहिणी जैसी बेटी नहीं पैदा होनी चाहिए।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की करारी हार के ठीक एक दिन बाद, लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का एलान कर दिया था। रोहिणी आचार्य ने कहा, 'मैं राजनीति छोड़ रही हूं और परिवार से अलग हो रही हूं। यह संजय यादव और रमीज के कहने पर कर रही हूं। सारा दोष मैं अपने ऊपर लेती हूं।'

यह भी पढ़ें: जिन्हें परिवार का 'विलेन' बता रहीं रोहिणी आचार्य, वह कौन हैं? अतीत रहा है दागदार

गुस्से में क्यों हैं रोहिणी आचार्य?

रोहिणी आचार्य ने कहा, 'कल एक बेटी, एक बहन , एक शादीशुदा महिला , एक मां को जलील किया गया , गंदी गालियां दी गईं , मारने के लिए चप्पल उठाया गया , मैंने  अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया, सच का समर्पण नहीं किया , सिर्फ और सिर्फ इस वजह से मुझे बेइज्जती झेलनी पड़ी।'

रोहिणी आचार्य:-
कल एक बेटी मजबूरी में अपने रोते हुए मां-बाप बहनों को छोड़  आई, मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया। मुझे अनाथ बना दिया गया। आप सब मेरे रास्ते कभी ना चलें , किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी - बहन  पैदा ना हो।

शुरुआत कैसे हुई?

रोहिणी की नाराजगी की कई वजहें हैं। सबसे बड़ी वजह तेजस्वी यादव के करीबी राज्यसभा सांसद संजय यादव और उनके दोस्त रमीज नेमत खान पर है। संजय को RJD का 'चाणक्य' कहा जा रहा है। वही तेजस्वी यादव की रणनीति बनाते हैं। रोहिणी का आरोप है कि संजय यादव ने पार्टी में अनावश्यक दखल बढ़ाया है। पहले तेज प्रताप यादव दरकिनार हुए, अब रोहिणी आचार्य बाहर निकल गईं। 

 

 



यह भी पढ़ें: तेज प्रताप यादव से रोहिणी तक, सबके लिए जयचंद क्यों हैं संजय यादव?

 

सितंबर 2025 में ही रोहिणी ने संजय की आलोचना की थी, जब वह तेजस्वी की बस में 'फ्रंट सीट' पर बैठे दिखे थे। रोहिणी ने कहा था कि संजय को सांसद या विधायक बना दो, लेकिन नेता की कुर्सी पर तो न बिठाओ। चुनाव से पहले भी वह टिकट न मिलने से नाराज थीं।

चुनाव हार के बाद कलह भड़की 

कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि रोहिणी सिंगापुर चली गईं हैं। राबड़ी देवी के आवास से वह रोते हुए निकलीं थीं। तेज प्रताप यादव भी संजय को 'जयचंद' कह चुके हैं।  

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