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EC ने तरन तारन की SSP को किया सस्पेंड, AAP को फायदा पहुंचाने का आरोप

शिरोमणि अकाली दल की शिकायत पर तरन तारन की एसएसपी को चुनाव आयोग ने सस्पेंड किया। शिकायत सुखबीर सिंह बादल ने की थी।

Ravjot kaur grewal। Photo Credit: X/@Akali_Dal_

रवजोत कौर ग्रेवाल । Photo Credit: X/@Akali_Dal_

चुनाव आयोग ने शनिवार को तरन तारन की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) डॉ रवजोत कौर ग्रेवाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। यह कड़ा कदम 11 नवंबर को होने वाले तरन तारन विधानसभा उपचुनाव से सिर्फ तीन दिन पहले उठाया गया है।

 

आयोग के आदेश में कहा गया है कि अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर को तरन तारन SSP का अतिरिक्त चार्ज सौंपा गया है। यह कार्रवाई शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की शिकायत के बाद हुई। बादल ने चुनाव आयोग के नियुक्त पर्यवेक्षक से मुलाकात की और लिखित शिकायत सौंपी। उन्होंने आरोप लगाया कि SSP सत्ता में बैठी आम आदमी पार्टी (AAP) की मदद के लिए सरकारी ताकत का दुरुपयोग कर रही थीं।

 

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SAD ने की शिकायत

SAD के एक प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से भी मुलाकात की और यही शिकायत दी। पार्टी का कहना है कि AAP सरकार राज्य पुलिस का इस्तेमाल करके उपचुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।

 

शिकायत में SAD नेताओं ने दावा किया कि तरन तारन में पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को पुलिस ने जबरदस्ती हिरासत में लिया है। सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल करके SAD उम्मीदवार सुखविंदर कौर रंधावा, उनके परिवार और समर्थकों को निशाना बनाया जा रहा है।

 

बादल ने कहा कि सुखविंदर कौर और उनकी बेटी कंचनप्रीत कौर पर निगरानी रखी जा रही है। हाल ही में दो सादे कपड़ों वाले पुलिसकर्मी कंचनप्रीत का पीछा करते पकड़े गए। उन्होंने खुद को पुलिस की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA) का सदस्य बताया।

SSP को किया निलंबित

मुलाकात के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने शिकायत को चुनाव आयोग को भेजा, जिसके बाद SSP को निलंबित कर दिया गया।

निर्वाचन आयोग के फैसले का स्वागत करते हुए बादल ने कहा, 'ग्रेवाल तरन तारन उपचुनाव के माहौल को खराब कर रही थीं। वह AAP की पोलिंग एजेंट की तरह काम कर रही थीं। अकाली नेताओं और कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कर रही थीं और उन्हें अवैध हिरासत व धमकी दे रही थीं।'

 

बादल ने पर्यवेक्षक को धन्यवाद दिया कि उन्होंने शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की और मामले को आयोग तक मजबूती से पहुंचाया। उन्होंने कहा, 'ग्रेवाल का आपराधिक पक्षपातपूर्ण व्यवहार है। उनके खिलाफ औपचारिक जांच शुरू होनी चाहिए और सेवा से बर्खास्तगी जैसी अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए।'

 

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ग्रेवाल को तरन तारन SSP के रूप में सितंबर में तैनात किया गया था। तरन तारन उपचुनाव में मतदान 11 नवंबर को होगा और नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। यह सीट AAP विधायक कश्मीर सिंह सोहल के जून में निधन के कारण खाली हुई थी।

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