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खनन बंद तो खुदाई क्यों? सोनभद्र की खदान में फंसे 10 मजदूर, 1 की मौत

सोनभद्र जिले में NDRF और SDRF की टीमें बचाव अभियान में लगी हैं। एक मजदूर की मौत हो गई है।

SonBhadra Crisis

खदान के भीतर NDRF और SDRF की टीमें बचाव अभियान चला रही हैं। (Photo Credit: PTI)

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उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक पत्थर की खदान धंसने से एक मजदूर की मौत हो गई है। करीब 10 अन्य मजदूर मलबे के नीचे अभी दबे हैं, जिन्हें बचाव टीम निकालने की कोशिश कर रही है। यह हादसा ओबरा इलाके में हुआ है। मजदूर चट्टान में ब्लास्टिंग की तैयारी के लिए छेद कर रहे थे, तभी खदान का एक हिस्सा अचानक गिर पड़ा। सूचना मिलते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्पेशल रेस्क्यू टीम बुलाई गई। बचाव कार्य तुरंत शुरू हो गया। 

हादसे की खबर फैलते ही आसपास के लोग भी मदद के लिए दौड़े आए। बचाव अभियान अभी जारी है। ओबरा पुलिस ने बताया है कि यह लाश राजू सिंह की है। राजू की उम्र 30 साल है, वह सोनभद्र के पनारी गांव का रहने वाला था। ओबरा पुलिस ने मामले में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत FIR दर्ज की है। 

वाराणसी जोन के एडीजी पीयूष मोर्डिया ने बताया कि बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में पहाड़ी से गिरे मलबे को हटाने का काम शनिवार रात से ही जारी है। खदान में पानी की वजह से भी मुश्किल आ रही है। 

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क्यों मुश्किल हो रहा है रेस्क्यू ऑपरेशन?

ओबरा पुलिस ने बताया कि रविवार सुबह शख्स की लाश बरामद की गई है। पीयूष मोर्डिया ने कहा है कि पहाड़ी से गिरे पत्थर काफी बड़े हैं, इसलिए बेहद सावधानी से रेस्क्यू किया जा रहा है। यही वजह है कि रेस्क्यू में ज्यादा वक्तल लग रहा है। बचाव टीम के पास पर्याप्त उपकरण हैं, मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा।

सोनभद्र के SP अभिषेक वर्मा ने कहा है कि हादसे के बारे में पुलिस को शनिवार को शाम साढ़े चार बजे पता चला। बिल्ली मारकुंडी के पास कृष्णा माइनिंग वर्क्स के खदान में पहाड़ी का एक भाग दरकने से कई मजदूर पत्थर और मलबे में दब गए हैं। 

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ओबरा पुलिस ने दावा किया है कि जिम्मेदार लोगों खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस पीड़ित परिवारों से पूछताछ कर रही है, आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक SIT भी गठित की जा सकती है।
 

हादसे पर जिला प्रशासन ने क्या कहा है?

शनिवार शाम को जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि कृष्णा माइंस में एक हिस्सा ढह जाने से वहां कार्यरत कुछ मजदूर मलबे में दब गए हैं। उन्होंने कहा कि मशीनों की मदद से मलबा हटाकर दबे हुए लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है। NDRF और SDRF की टीम भी बचाव कार्य में जुटी है। जिलाधिकारी ने कहा कि मलबे में कितने लोग दबे हैं इसकी सटीक संख्या का फिलहाल पता नहीं लग सका है।

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मंत्री का दावा- 12 लोग फंस गए हैं

अधिकारियों के साथ घटनास्थल का दौरा करने के बाद उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्य मंत्री और स्थानीय विधायक संजीव कुमार गोंड ने कहा कि घटनास्थल पर मौजूद लोग कह रहे हैं कि 12 लोग फंसे हैं। 

क्या अवैध खनन हो रहा था?

रॉबर्ट्सगंज सांसद छोटेलाल खरवार ने आरोप लगाया है कि स्थानीय प्रशासन सहयोग नहीं कर रहा है। पीड़ित परिवार से मिलने से उन्हें रोका जा रहा है। छोटेलाल खरवार, समाजवादी पार्टी से सांसद हैं। उनका कहना है कि यहां अवैध खनन हो रहा है, खनन माफियाओं के संरक्षण में खदान चल रही है। हर महीने ऐसे हादसे हो रहे हैं, जिन्हें पुलिस की मदद से छिपा लिया जा रहा है। 

 

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