शेयर मार्केट लगातार गिर रहा है। शुक्रवार को लगातार आठवें दिन शेयर मार्केट गिरावट के साथ बंद हुआ। मार्केट में गिरावट की बड़ी वजह विदेशी निवेशक (FPI) हैं, जो बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल डेढ़ महीने में विदेशी निवेशक लगभग एक लाख करोड़ रुपये निकाल चुके हैं।

विदेशी निवेशकों ने कितना पैसा निकाला?

नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) से मिले आंकड़ों के मुताबिक, इस साल के डेढ़ महीने में विदेशी निवेशक 99,299 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं। जनवरी में विदेशी निवेशकों ने मार्केट में 78,027 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी। वहीं, फरवरी में 21,272 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। हैरान करने वाली बात ये है कि 10 से 14 फरवरी के बीच 13,930.48 करोड़ रुपये के शेयर विदेशी निवेशकों ने बेच दिए हैं।

दिसंबर में 15,446 करोड़ किए थे निवेश

NSDL की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर में विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर मार्केट में 15,446 करोड़ रुपये निवेश किए थे। हालांकि, इससे पहले अक्टूबर और नवंबर में विदेशी निवेशकों को 1.15 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली की थी। अक्टूबर में विदेशी निवेशकों ने 94,017 करोड़ और नवंबर में 21,612 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। कुल मिलाकर देखा जाए तो 2024 में विदेशी निवेशकों से शेयर मार्केट में 427 करोड़ रुपये आए थे।

 

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निवेशकों को 42.48 लाख करोड़ का नुकसान

शेयर मार्केट में इस साल जबरदस्त गिरावट हो रही है। इस साल शेयर मार्केट में गिरावट के चलते निवेशकों को 42.48 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। BSE पर लिस्टेड कंपनियों की मार्केट कैप 31 दिसंबर तक 443.47 लाख करोड़ रुपये थी। 14 फरवरी तक ये घटकर 400.99 लाख करोड़ रुपये हो गई। यानी, इस साल के डेढ़ महीनों में कंपनियों की मार्केट कैप 42.48 लाख करोड़ रुपये घट गई।

शुक्रवार को भी गिरावट के साथ बंद हुआ था मार्केट

14 फरवरी को शेयर बाजार लगातार आठवें दिन गिरावट के साथ बंद हुआ। ये दो साल में गिरावट का सबसे लंबा सिलसिला है। शुक्रवार को Sensex 200 पॉइंट गिरकर 75,939 और Nifty 102 पॉइंट गिरकर 22,929 पर बंद हुआ। 

 

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आगे क्या हो सकता है?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को लेकर जो ऐलान किए हैं, उसके संभावित असर को देखते हुए मार्केट में गिरावट हो रही है। रुपये में कमजोरी भी एक इसका बड़ा कारण है। जानकारों का मानना है कि अगर Sensex 75,200 और Nifty 22,800 के सपोर्ट लेवल को तोड़ता है तो मार्केट में और तेजी से गिरावट आ सकती है। हालांकि, अगर इस हफ्ते Sensex 76,500 और Nifty 23,000 से ऊपर जाता है तो मार्केट में तेजी आ सकती है। हालांकि, ऐसी आशंका है कि जब तक टैरिफ को लेकर ट्रंप की नीतियां साफ नहीं हो जातीं, तब तक मार्केट में गिरावट का दौर जारी रह सकता है।