अगले शैक्षणिक सत्र 2026-27 के लिए 9वीं से 12वीं तक के लिए भी नए पाठ्यक्रम वाली नई किताबें आ जाएंगी। अब तक यह किताबें सिर्फ 8वीं क्लास तक के लिए ही आई थीं लेकिन आने वाले सत्र से सभी छात्र नई किताबों से पढ़ेंगे। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) अब 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं क्लास के सभी सब्जेक्ट्स के लिए नई पाठ्यक्रम वाली किताबें तैयार करने में जुटा है। सारी नई किताबें स्कूली शिक्षा के लिए बनाए गए नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF-SE) के आधार पर तैयार की गई हैं। इन नई किताबों के कारण छात्रों को नई क्लास में जाने पर ब्रिज कोर्स करना पड़ता है।

 

NCERT ने नई किताबें तैयार करने के लिए कमेटी बना दी है और अगले सत्र में सभी छात्र स्कूलों में नई किताबों से ही पढ़ेंगे। यह किताबें NCF-SE फ्रेमवर्क से बनाई गई हैं। इसलिए इन किताबों को पढ़ाने के लिए बच्चों को पहले से तैयार किया जाता है। इसके लिए सत्र के शुरुआती हफ्ते में छात्रों को ब्रिज कोर्स करना होता है। यह कोर्स सभी छात्रों के लिए जरूरी होता है और इसके लिए पहले टीचर्स को ट्रेनिंग दी जाती है। 

 

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क्या है ब्रिज कोर्स?

नए फ्रेमवर्क से बनी किताबें पुराने फ्रेमवर्क से बनी किताबों से अलग हैं। ऐसे में छात्रों को पुराने फ्रेमवर्क से नए फ्रेमवर्क की किताबों में शिफ्ट करने में दिक्कत आ सकती है। इसको देखते ही ब्रिज कोर्स तैयार किया गया है। इस कोर्स का मकसद छात्रों को नई शिक्षा नीति और नए फ्रेमवर्क से बनी किताबों के बारे में जानकारी देना और उन्हें अगली क्लास में जाने के लिए तैयार करना है।

 

ब्रिज कोर्स में एक बुकलेट आती है। ब्रिज कोर्स के जरिए छात्रों को नए कंटेट के बारे में बताया जाता है। अलग-अलग सब्जेक्ट्स में नए करिकुलम डिजाइन और टॉपिक्स के बारे में ब्रिज कोर्स में बताया जाता है। इसके लिए पहले टीचर्स को ट्रेनिंग दी जाती है। 

कब आएंगी नई किताबें?

अभी तक पहली क्लास से लेकर 8वीं तक की किताबें जारी की जा चुकी हैं। 2025-26 सत्र तक अलग-अलग चरणों में 8वीं तक नई किताबों को लागू किया गया। अब अगले चरण में 2026-27 सत्र में 12वीं तक नई किताबों को लागू किया जाएगा। इसके लिए एक्सपर्ट्स की टीमें बना दी गई हैं। इससे पहले  ब्रिज कोर्स के लिए हिंदी, संस्कृत, इंग्लिश, उर्दू, साइंस सोशल साइंस, मैथमेटिक्स, आर्ट एजुकेशन, हेल्थ-फिजिकल एजुकेशन, वोकेशनल एजुकेशन विषयों की कमेटी बनाई गई थी। इसी तरह से जब सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी लेवल पर भी ब्रिज कोर्स तैयार करने के लिए कमेटी बनाई जाएंगी। 

 

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किसे करना होगा ब्रिज कोर्स?

ब्रिज कोर्स पुराने फ्रेमवर्क की किताबों से पढ़े छात्रों को नए फ्रेमवर्क की किताबों में शिफ्ट करने के लिए तैयार किया जाता है। सीनियर सेकेंडरी लेवल पर अगले साल 11वीं क्लास में आने वाले छात्रों को 6 हफ्ते का ब्रिज कोर्स करना होगा।  8th क्लास तक की नई किताबों से इसी सत्र में पढ़ाई करवाई जा रही है, इसलिए अगले साल 9वीं क्लास में आने वाले छात्रों को ब्रिज कोर्स नहीं करना होगा। हालांकि इस समय 10वीं के छात्र पुराने सिलेबस की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्हें अगली कक्षा में नए सिलेबस वाली NCERT किताबों को पढ़ने से पहले ब्रिज कोर्स करना होगा।