बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में 243 सीटों पर 4 हजार से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं। इस चुनाव में खास बात यह है कि NDA और महागठबंधन से लोकसभा में फेल हुए 11 पूर्व सांसद भी मैदान में उतरे हैं। अब वह विधानसभा जाने के लिए लड़ाई लड़ेंंगे। इनमें जेडीयू के 3, आरजेडी से 4 और बीजेपी के पूर्व सांसद शामिल है। इसमें कई सीटों पर उतरे उम्मीदवार दिलचस्प है। आइए जानते हैं वह 11 उम्मीदवार कौन हैं?
राम कृपाल यादव को बीजेपी ने दानापुर सीट पर राजद के बाहुबली रीतलाल के सामने उतारा हैं। वहीं मोकामा सीट पर जदयू के बाहुबली अनंत सिंह के सामने बाहुबली सूरजभान की पत्नी वीणा देवी चुनावी मैदान में हैं। इन सब में खास बात यह है कि 11 में से 10 पूर्व सांसद ऐसी सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं जहां उनकी पार्टी पिछली बार हुए विधानसभा चुनाव हार गई थी। ऐसे में जो चुनाव में खड़े हैं उनकी भी पूर्व सांसद की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
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11 सीटों के उम्मीदवार
1. दानापुर सीट
दानापुर सीट पर पहले चरण में 6 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। यहां राजद से बाहुबली रीतलाल के सामने बीजेपी ने अपने पूर्व सांसद रामकृपाल यादव को उतारा है। रामकृपाल यादव साल 2014 से लगातार दो बार पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में पाटलिपुत्र सीट से लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती ने उन्हे 88 हजार वोट से हरा दिया।
2. मोकामा सीट
इस सीट पर जदयू से बाहुबली अनंत सिंह मैदान में हैं। वहीं राजद ने बाहुबली सूरजभान की पत्नी और पूर्व सांसद वीणा देवी को अपना कैंडिडेट बनाया है। विधानसभा चुनाव 2020 में राजद से अनंत सिंह ने जीत दर्ज की थी फिर अवैध हथियार रखने के मामले में अयोग्य घोषित होने पर 2022 उपचुनाव में उनकी पत्नी नीलम देवी (राजद) ने जीत दर्ज की। बाद में उन्होंने जेडीयू को समर्थन दे दिया।
3. समस्तीपुर सीट
समस्तीपुर सीट पर जदयू ने पूर्व सांसद अश्वमेध देवी को मैदान में उतारा है। इस सीट पर पिछले तीन विधानसभा चुनावों से RJD का कब्जा रहा है। इसलिए राजद ने फिर एक बार विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन को प्रत्याशी बनाया है।
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4. जहानाबाद सीट
जहानाबाद पर जदयू ने इस बार पूर्व सांसद चंदेश्वर को मैदान में उतारा है। उनके खिलाफ राजद ने इस बार राहुल शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। राजद का इस सीट पर 1990 से लगातार कब्जा रहा है।
5. काराकाट सीट
यह सीट वामपंथियों का गढ़ मानी जाती है। इस पर महागठबंधन से सीपीआई (एमएल) ने वर्तमान विधायक अरुण सिंह कुशवाहा को चुनाव में उतारा है। बीजेपी ने यहां से अपने पूर्व सांसद महाबली सिंह को उतारा है। अभिनेता पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह भी इसी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रही है।
6. कदवा सीट
सीमांचल की कदवा विधानसभा सीट पर जदयू से पूर्व सांसद दुलालचंद गोस्वामी मैदान में हैं। महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस नेता और मौजूदा विधायक डॉ. शकील अहमद खान एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरे हैं।
7. झाझा सीट
झाझा सीट पर आरजेडी ने पूर्व सांसद जयप्रकाश नारायण यादव को मैदान में उतारा है। उनके सामने जेडीयू से दामोदर रावत और जन सुराज पार्टी से नीलेन्दु दत्त मिश्रा चुनाव लड़ रहे हैं।
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8. बिहारीगंज सीट
बिहारीगंज विधानसभा सीट पर पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री रहीं रेणु कुशवाहा को फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है। NDA की ओर से जदयू ने तीन बार इसी सीट से जीतते आ रहे निरंजन कुमार मेहता पर अपना भरोसा फिर से जताया है।
9. धमदाहा सीट
यहां राजद ने पूर्णिया के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा पर भरोसा जताया है जबकि जदयू ने मंत्री लेसी सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है।
10. गोपालपुर सीट
इस सीट से लगातार 4 बार विधायक रहे वर्तमान विधायक गोपाल मंडल का जदयू ने टिकट काट दिया। उनकी जगह जेडीयू ने बुलो मंडल को अपना उम्मीदवार बनाया है। इससे नाराज होकर गोपाल मंडल निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के लिए खड़े हैं। महागठबंधन से मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने प्रेम सागर को उम्मीदवार बनाया है।
11. सीतामढ़ी सीट
बीजेपी ने इस बार अपने पूर्व सांसद सुनील कुमार पिंटू को इस विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। उनके खिलाफ राजद ने पूर्व विधायक सुनील कुशवाहा और जन सुराज ने जियाउद्दीन खान को चुनावी मैदान में उतारा है। हालांकि, 2020 के विधानसभा में इस सीट पर BJP के ही मिथिलेश कुमार ने जीत हासिल की थी।
