संजय सिंह, पटना: भागलपुर के सांसद अजय मंडल को दिन के उजाले में नहीं रात में छिपकर चुनाव प्रचार करना पड़ रहा है। इसकी शिकायत बिहपुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी इंजीनियर शैलेन्द्र ने पार्टी के शीर्ष नेताओं से की है। रात में प्रचार करते सांसद का वीडियो भी वायरल किया गया है। हालांकि सांसद ने अपने ऊपर लगाए आरोप को बेबुनियाद और तथ्यहीन बताया है। हालांकि टिकट वितरण के समय से ही सांसद अजय मंडल अपने पार्टी के शीर्ष नेताओं से नाराज हैं। 

 

सांसद अपनी भांजी दिव्या गौतम को गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिलवाना चाहते थे। पार्टी नेतृत्व ने ऐसा नही करके गोपालपुर से आरजेडी के पूर्व सांसद बुलो मंडल को टिकट दिया। पूर्व सांसद की छवि इलाके में बेहतर है। अपनी भांजी को टिकट नही दिए जाने से नाराज सांसद ने अपने इस्तीफे की पेशकश मुख्यमंत्री से कर दी। उन्होंने पार्टी के कुछ बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप भी लगाए, लेकिन उनकी बातों का कोई असर पार्टी नेतृत्व पर नही पड़ा। उल्टे पार्टी के भीतर और बाहर उनका मजाक उड़ाया जाने लगा। पार्टी के बड़े नेता भी सांसद की इस हरकत से नाराज हो गए, लेकिन सांसद ने भी हार नही मानी।

 

यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल में SIR पर हंगामा, बिहार से कितनी अलग है यहां की प्रक्रिया?

भांजी के लिए कर रहे प्रचार

चर्चा है कि महागठबंधन में यह सीट समझौते के दौरान वीआईपी के कोटे में चली गई। सांसद के प्रभाव में आकर दिव्या गौतम को वीआईपी पार्टी ने उम्मीदवार भी बना दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि दिव्या गौतम इस क्षेत्र के लिए अनजान है। स्थानीय लोग उन्हें जानते तक नहीं। ऐसी स्थिति में सांसद को ही अपनी भांजी के लिए छिपकर प्रचार करना पड़ रहा है, लेकिन भाजपा समर्थक भी कम चालाक नही हैं। वे सांसद के पीछे पड़कर उनका वीडियो बनाने में लगे हैं। सांसद परेशानी का सामना कर रहे हैं। 

मारपीट और हिंसा

राजनीति में मार काट और हिंसा की घटना आम बात है। मोकामा की घटना को लेकर दूसरे प्रदेशों में बिहार की छवि खराब हुई है, लेकिन औरंगाबाद के नवीनगर विधानसभा क्षेत्र में जेडीयू प्रत्याशी चेतन आनंद ने मानवता की मिशाल पेश कर खूब तारीफ बटोरी है। महागठबंधन ने यहां आरजेडी प्रत्याशी आमोद चंद्रवंशी को अपना उम्मीदवार बनाया है। वे पूरी ताकत के साथ चुनाव भी लड़ रहे हैं, लेकिन पिछले दिनों चंद्रवंशी की मां प्रभा कुंवर का निधन हो गया। वह वार्ड पार्षद थीं। उनका अंतिम संस्कार पुनपुन नदी के तट पर किया गया। इस बात की जानकारी जब जेडीयू प्रत्याशी को मिली तो, तमाम राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर चेतन ने चंद्रवंशी से मुलाकात की। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की।

तेजस्वी को धमकी

चुनाव के दौरान नेताओं के बोल अक्सर बिगड़ जाते हैं। एआईएमआईएम के प्रत्याशी तौसीफ आलम ने बहादुरगंज में आयोजित एक सभा में यह कह दिया कि प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने यदि अपनी जुबान को नियंत्रित नही किया तो, आंख निकाल लेंगे, जुबान और उंगली काट लेंगे। प्रत्याशी के इस बयान से सीमांचल में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। एआईएमआईएम सीमांचल में आरजेडी को अपना कट्टर प्रतिद्वंदी मानती है। 2020 के चुनाव में भी ओवैसी के कारण सीमांचल में आरजेडी को पांच सीटों का नुकसान हुआ था।

 

यह भी पढ़ें: 'कम से कम एक बीवी के साथ तो रहता हूं', पवन सिंह को खेसारी का जवाब

 

ओवैसी महागठबंधन के साथ समझौता भी करना चाहते थे, लेकिन तेजस्वी ने समझौता करने से मना कर दिया। दोनों मुस्लिम वोटों पर अपनी पकड़ बनाकर रखना चाहते हैं। दरअसल इस घटना के पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि पिछले दिनों तेजस्वी ने सीमांचल की एक सभा में ओवैसी को चरमपंथी कह दिया था। तेजस्वी के इस बयान से ओवैसी समर्थक नाराज हैं। समर्थकों का कहना है कि ओवैसी देश के 20 करोड़ मुसलमानों के नेता हैं। जबकि पूरा प्रदेश जानता है कि लालू चारा घोटाला के आरोपी हैं और तेजस्वी उन्हीं का पुत्र। दोतरफा बेतुके बोल से सीमांचल का राजनीतिक माहौल गर्मा गया है।