बिहार विधानसभा चुनावों के लिए जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने उम्मीदवारों की दूसरी और अंतिम लिस्ट जारी कर दी है। दूसरी लिस्ट में बाहुबली आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद को एक बार फिर टिकट मिला है। इस बार चेतन आनंद को शिवहर नहीं, नबीनगर विधानसभा से टिकट मिला है। कुर्था से पप्पू कुमार वर्मा और चकाई से सुमित कुमार सिंह को मौका मिला है। गोपालपुर से गोपाल मंडल का टिकट कट गया है, बुलो मंडल को जेडीयू ने टिकट दिया है। वाल्मीकि नगर विधानसभा से धीरेंद्र प्रताप सिंह, उर्फ रिंकू सिंह को जेडीयू ने टिकट दिया है। सिकट से समृद्ध वर्मा, नरकटिया से विशाल साह और केसरिया से शालिनी मिश्रा को टिकट मिला है। शालिनी मिश्रा दूसरी बार इस विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं।

शिवहर से श्वेता गुप्ता, सुरंसड से नागेंद्र राउत, रुन्नीसैदपुर से पंकज मिश्रा को टिकट मिला है। हरलाखी से सुधांशु शेखर, बाबूबरही से मीना कामत, लौकसा से सतीश साह को जेडीयू ने उतारा है। फुलपरास से शीला मंडल, निर्मली से अनिरुद्ध प्रसाद यादव, पिपरा से राम विलास कामत, सुपौल से विजेंद्र प्रसाद यादव, त्रिवेणीगंज से सोनम रानी सरकार को मौका मिला है। रानीगंज से अचमित ऋषिदेव, अररिया शगुफ्ता अजीम, जोकीहाट से मंजर आलम, ठाकुरगंज से गोपाल अग्रवाल, अमौर से सबा जफर को मौका मिला है।  

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किसे कहां से मिला है टिकट?

रूपौली से कलाधर मंडल, धमदाहा से लेशी सिंह, कदवा से दुलालचंद्र गोस्वामी, मनिहारी से शंभु सुमन, बरारी से विजय सिंह निषाद, गोपालपुर से बुलो मंडल को टिकट मिला है। सुल्तानगंज से ललील नारायण मंडल, कलगांव से शुभानंद मुकेश, अमरपुर से जयंत राज, धोरैया से मनीष कुमार को टिकट मिला है। 

 

 

बेलहर से मनोज यादव, चौनपुर से मोहम्मद जमा खान, करगहर से बशिष्ठ सिंह, काराकाट से महाबली सिंह, नोफा से नागेंद्र चंद्रवंशी, कुर्था से पप्पू कुमार वर्मा, जहानाबाद से चंद्रेश्वर चंद्रवंशी, घोसी से ऋतुराज कुमार, नबीनगर से चेतन आनंद, रफीगंज से प्रमोद कुमार सिंह, बेलागंज से मनोरमा देवी, नवादा से विभा देवी और झाझा से दामोदर रावत को टिकट मिला है। चकाई से सुमित कुमार सिंह को मौका मिला है। 

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टिकट कटने से नाराज कौन है? 

जेडीयू की दूसरी लिस्ट में नाम न आने से गोपाल मंडल बेहद नाराज हैं। उन्होंने कहा है कि गोपाल मंडल के साथ अत्याचार हो रहा है। गोपाल मंडल विवादों में रहे हैं, अक्सर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं। अब उन्होंने कहा है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। नीतीश कुमार से मिलने के लिए वह पटना में मुख्यमंत्री आवास के बाहर बैठे रहे, उन्हें पुलिस ने भगा दिया। 4 घंटे तक वह धरने पर बैठे रहे लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया। गोपाल मंडल ने कहा है कि उन्होंने नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को राजनीति में आने के लिए कहा था। अगड़ी जाति के नेताओं को यह पसंद नहीं आया। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जाहिर की है।