दिल्ली विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे यहां का सियासी पारा चढ़ रहा है। अब तक की चुनावी तैयारियों और कैंपेन को देखने के बाद मतदाता बोलने लगे हैं कि राजधानी में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच है। दोनों राष्ट्रीय पार्टियों के अलावा यहां तीसरी राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस भी चुनाव लड़ रही है, लेकिन वह लड़ाई में दिखाई कम दे रही है।

 

इस बीच चुनाव प्रचार में तीनों ही दल एक दूसरे पर जमकर सियासी तीर बसरा रहे हैं। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी कांग्रेस को ज्यादा तरजीह ना देकर बीजेपी को निशाने पर ले रही है। दूसरी तरफ बीजेपी भी 'आप' को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही।

 

दिल्ली में डर की राजनीति!

 

दिल्ली विधानसभा चुनाव के कैंपेन में एक बात जो खास तौर से देखने को मिल रही है, वह ये कि आम आदमी पार्टी और बीजेपी एक दूसरे के प्रति जनता को 'डर' दिखा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के मुखिया अपनी हर जनसभा में ये कहने हुए सुने जा रहे हैं कि 'बीजेपी दिल्ली की सत्ता में आ गई तो फ्री शिक्षा-बिजली-पानी बंद कर देगी।' कमल का बटन दबाया तो बीजेपी आपको लूट ले जाएगी। यही बात आम आदमी पार्टी के हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी कही जा रही है।

 

बीजेपी भी आम आदमी पार्टी के इन हमलों की काट रखे हुए है। पार्टी के शीर्ष नेता और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दिल्ली की पहली रैली में जनता को यह कह चुके हैं कि 'आप' सरकार दिल्ली के लिए 'आप-दा' है जनता को इनसे बचकर रहना है।  

 

'AAP-दा वालों के झूठ और फरेब' 

 

बुधवार को ही पीएम मोदी ने मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम में कहा, 'दिल्ली वाले AAP-दा वालों के झूठ और फरेब से अब ऊब चुके हैं। पहले कांग्रेस ने और फिर 'आप' वालों की आप-दा ने दिल्ली के लोगों से बहुत विश्वासघात किया है। ये आप-दा वाले अब हर दिन एक नई घोषणा कर रहे हैं। इसका मतलब है कि इनको रोज पराजय की नई-नई खबरें मिल रही हैं। ये इतने डरे हुए हैं कि इन्हें रोज सुबह एक नई घोषणा करनी पड़ रही है। अब दिल्ली की जनता इनका खेल समझ गई है।'

 



आप-दा वाले कांग्रेस से भी दो कदम आगे- पीएम

 

इसी कार्यक्रम में पीएम मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा कि झूठी घोषणा करने में आप-दा वाले कांग्रेस से भी दो कदम आगे है। उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने महिलाओं को एक हजार रुपये देने का वादा किया था, लेकिन सरकार को आए हुए तीन साल हो गए हैं एक नया पैसा अभी तक नहीं दिया है। पीएम ने कहा, दिल्ली में भी बहुत पहले एक हजार रुपये महिलाओं को देने की घोषणा की थी, लेकिन वो पैसा भी अभी नहीं मिला।  

 

 

बीजेपी की सरकार दिल्ली में आ गई तो...

 

वहीं, आम आदमी पार्टी लगातार अपनी सरकार की पुरानी और नई योजनाओं के बारे में हर रैली, सभा, सोशल मीडिया प्लटफॉर्म पर जनता को बता रही है। साथ ही वह जनता के बीच ये बताने या 'डर' दिखाने का प्रयास कर रही है कि अगर बीजेपी की सरकार दिल्ली में आ गई तो लोगों को फ्री में मिल रही योजनाएं रुक जाएंगी। साथ ही 'आप' बीजेपी के घोषणा पत्र को 'विनाश पत्र' कहते हुए इसे अपने घोषणा पत्र की कॉपी बता रही है। 

 

आम आदमी पार्टी ने बुधवार को अपने एक्स पर एट ट्वीट में कहा, 'कमल का बटन दबाया तो बीजेपी तो स्कूल बंद कर देगी, मोहल्ला क्लिनिक बंद कर देगी, मुफ्त बिजली बंद कर देगी,महिलाओं का मुफ्त बस सफ़र बंद कर देगी।' साथ ही पार्टी ने दिल्ली की जनता को संबोधित कर बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह गाली गलौज पार्टी है।

 

इन सबके बीच दोनों पार्टियां एक दूसरे पर जो भी आरोप-प्रत्यारोप लगाएं, लेकिन 'आप' और बीजेपी की किस्मत 5 फरवरी को मतदान वाले दिन ईवीएम में कैद हो जाएगी। दोनों के आरोपों में कितना डर और दम है इसका फैसला वोटों की गिनती वाले दिन 8 फरवरी को सामने आ जाएगा।